23 अक्तूबर को एसटीए की बैठक में किराये पर फैसला होगा
फैक्ट फाइल
राजधानी में पंजीकृत ऑटो की संख्या 4343
रोजाना सफर करने वाले यात्री तीन लाख से ज्यादा
वर्तमान में ऑटो रिक्शा का किराया
पहले एक किलोमीटर तक 6:30 पैसा
अगले हर आधे किलोमीटर तक 3:04 पैसा
लखनऊ। कार्यालय संवाददाता
चार साल बाद एक बार फिर ऑटो रिक्शा का सफर महंगा हो सकता है। दिल्ली-मुम्बई के तर्ज पर लखनऊ ऑटो संघ ने किराया बढ़ाने का प्रस्ताव परिवहन विभाग को सौंपा है। सीएनजी गैस की कीमतों में बढ़ोत्तरी के साथ ही वेतन, बीमा व मरम्मत में बढ़ते खर्च का हवाला देते हुए एसटीए सचिव से किराया बढ़ाने की गुहार लगाई है। राज्य परिवहन प्राधिकरण की बैठक आगामी 23 अक्तूबर को है। जहां थ्री व्हीलर ऑटो रिक्शा का किराया बढ़ाने जाने के प्रस्ताव पर फैसला लिया जाएगा।
एसटीए सचिव अनिल मिश्रा ने बताया कि ऑटो संघ की ओर से किराया बढ़ाने का प्रस्ताव मिला है। विभाग किराया बढ़ाने के संबंध में परीक्षण कर रहा है। एसटीए की बैठक में अंतिम निर्णय लिया जाएगा। इस मामले में लखनऊ ऑटो रिक्शा थ्री व्हीलर संघ के अध्यक्ष पंकज दीक्षित के मुताबिक पूर्व में परिवहन आयुक्त को सौंपे गए किराया बढ़ोत्तरी के प्रस्ताव को मंजूर कर लिया गया था। जिसमें शुरूआत के पहले एक किलोमीटर के बजाए दो किलोमीटर की दूरी तय करते हुए किराया बढ़ाने का आदेश दिया था। बावजूद विभागीय आदेश आज भी नहीं हो सके।
प्रस्तावित ऑटो किराया में बढ़ोत्तरी
-प्रथम दो किलोमीटर तक के सफर पर 25 रुपये
-अगले हर एक किलोमीटर तक के लिए आठ रुपये
-रात का किराया 25 फीसदी ज्यादा किया जाए
-वेटिंग चार्ज 60 रुपये प्रति घंटो किया जाए
मीटर से किराया वसूलने की तैयारी
ऑटो संघ ने किराया बढ़ोत्तरी के प्रस्ताव में साफ कहा है कि किराये में बढ़ोत्तरी होने के बाद ही मीटर से किराया वसूलने की व्यवस्था राजधानी में लागू हो पाएगी। वरना एक सितम्बर 2015 से ऑटो में मीटर पद्धति से किराया वसूलने का एसटीए का आदेश लागू नहीं हो पाएगा। इससे यात्रियों को किराये का नुकसान होगा।