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राजधानी में दो हजार बैट्री ऑपरेटेड ऑटो चलाने की तैयारी

एक निजी कंपनी ने परिवहन विभाग को सौंपा प्रस्ताव

राजधानी में दो हजार बैट्री ऑपरेटेड ऑटो चलाने की तैयारी
हिन्दुस्तान टीम,लखनऊSun, 29 Jul 2018 06:03 PM
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एक निजी कंपनी ने परिवहन विभाग को सौंपा प्रस्ताव

दो हजार ई ऑटो शहर में संचालन के लिए मांगी अनुमति

राजधानी में बढ़ रहे वायु प्रदूषण पर भी लगेगी लगाम

शहर के चारों दिशाओं में बनाए जाएंगे चार्जिंग प्वॉइंट

बेहतर व सुविधा युक्त संचालन के लिए कंट्रोल रूम बनेगा

लखनऊ। कार्यालय संवाददाता

गाजियाबाद और नोएडा के तर्ज पर राजधानी में भी बैट्री ऑपरेटेड ऑटो में जल्द सफर करने का मौका मिलेगा। लखनऊ में ऐसे दो हजार ऑटो चलाने के लिए एक कंपनी ने प्रस्ताव दिया है। प्रस्ताव के मुताबिक कम किराये में बेहतर परिवहन सुविधा मिलेगी। वायु प्रदूषण शून्य होगा। बेरोजगारों को रोजगार मिलेगा। शहर भर में चार्जिंग प्वाइंट बनाए जाएंगे। परिवहन विभाग के अधिकारी इस प्रस्ताव पर मंथन करते हुए नियम व शर्ते बनने में जुटे है।

परिवहन विभाग के अधिकारियों ने बताया गाजियाबाद में यह कंपनी ई ऑटो संचालित कर रही हैं। कंपनी बैटरी आपरेटेड ऑटो सर्विस में रोजगार मुहैया कराएगी। साथ ही कंपनी ने यह भी दावा किया है कि वह बेरोजगारों को काफी कम दाम पर ऑटो उपलब्ध कराएगी। किस्त के नाम पर उनसे रोजाना एक निर्धारित किराया लिया जाएगा। और दो वर्ष बाद ऑटो उसी के नाम हो जाएगा। राज्य परिवहन प्राधिकराण के सचिव अनिल मिश्रा ने बताया कि बैटरी आपरेटेड ऑटो संचालन का प्रस्ताव आया है। जिसपर विचार किया जा रहा है। कमेटी के सदस्यों के साथ बैठक करके नियम व शर्ते बनाकर संचालन की मंजूरी दी जाएगी।

पब्लिक ट्रांसपोर्ट सुविधा बढ़ना है लक्ष्य

परिवहन विभाग के अधिकारी बताते है कि वर्तमान में पब्लिक ट्रांसपोर्ट की सुविधा बढ़ना लक्ष्य है। इस सिलसिले में पहले इलेक्ट्रिक बसें फिर बैटरी आपरेटेड ऑटो सड़क पर उतारने की तैयारी है। एक सर्वे के मुताबिक राजधानी में बढ़ते शहर के दायरे को देखते हुए कम से कम दो हजार पब्लिक ट्रांसपोर्ट की जरूरत है। वर्तमान में शहर में साढ़े चार हजार ऑटो, 225 सिटी बसें व दस हजार से ऊपर ई रिक्शा दौड़ रहे है। बावजूद कई इलाकों में पब्लिक ट्रांसपोर्ट की सुविधा लोगों को नहीं मिल रही है।

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