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संत बाबा आसूदाराम ने निःस्वार्थ भाव से मानव सेवा की : राम नाईक

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संत बाबा आसूदाराम ने निःस्वार्थ भाव से मानव सेवा की : राम नाईक
हिन्दुस्तान टीम,लखनऊMon, 24 Sep 2018 10:07 PM
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लखनऊ। संत बाबा आसूदाराम साहिब देश के ऐसे महान संत थे जिन्होंने निःस्वार्थ भाव से मानव सेवा की है। समाज में व्याप्त कुरीतियों के विरुद्ध लोगों को जागृत किया। अपने आचरण और व्यवहार से यह प्रमाणित किया कि विचारों की श्रेष्ठता तथा सद्व्यवहार जैसे मानवीय गुणों से ही मनुष्य महान बनता है न कि जन्म व व्यवसाय से छोटा या बड़ा। प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने सोमवार को संत बाबा आसूदाराम साहिब के 58वें निर्वाण दिवस के अवसर पर शिव शांति आश्रम आलमबाग पहुंचकर आदरांजलि व्यक्त की। उन्होंने कहा कि सिंधी समाज के लोगों ने मुंबई में स्वामी विवेकानन्द एजुकेशनल सोसायटी की स्थापना की। सिंधी समाज की मांग पर डा. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय फैजाबाद में सिंधी भाषा को पाठ्यक्रम में शामिल करने हेतु उन्होंने अनुमति प्रदान की है। इस अवसर पर अंग वस्त्र एवं स्मृति चिन्ह देकर सिंधी समाज द्वारा राज्यपाल का सम्मान भी किया गया।

उत्तर प्रदेश सिंधी सभा के अध्यक्ष मुरलीधर आहूजा ने स्वागत उदबोधन में राज्यपाल के व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि राज्यपाल नाईक ने अपने व्यवहार से प्रदेश के लोगों के बीच अपनी विशेष पहचान बनाई है। इस मौके पर महापौर डा. संयुक्ता भाटिया, शिव शांति आश्रम के साईं चाण्डूराम साहिब, रायपुर आश्रम के साईं युधिष्ठिर लाल, स्वामी गंगादास , मीर अब्दुल्ला जाफर समेत कई विशिष्ट व श्रद्धालुगण उपस्थित रहे। राज्यपाल राम नाईक ने गोविन्द द्वारा लिखित पुस्तक ‘द सिंधीज का लोकार्पण भी किया।

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