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यूपी : एंबुलेंस नहीं पहुंची तो कंधों के सहारे पहुंचाया अस्पताल

तरक्की के तमाम पायदान पर चढ़ने के बावजूद कभी-कभी गांव के लोगों को कंधों के सहारे घर के बीमार बुजुर्गों को अस्पताल पहुंचाना पड़ता है। यह जो फोटो आप देख रहे हैं उसमें घरवाले बीमार बुजुर्ग को अस्पताल ले...

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हिन्दुस्तान टीम,डीह रायबरेलीFri, 31 Aug 2018 03:11 PM
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तरक्की के तमाम पायदान पर चढ़ने के बावजूद कभी-कभी गांव के लोगों को कंधों के सहारे घर के बीमार बुजुर्गों को अस्पताल पहुंचाना पड़ता है। यह जो फोटो आप देख रहे हैं उसमें घरवाले बीमार बुजुर्ग को अस्पताल ले जा रहे हैं। फोन करने के बावजूद 108 एंबुलेंस के ना पहुंचने पर घरवालों को इस तरह अपने बुजुर्ग को अस्पताल मजबूरी में ले जाना पड़ा।
 मामला विकास क्षेत्र के पूरे खेऊ मजरे रोखा गांव का है। 55 साल के सूरजपाल एक हफ्ते से बीमार चल रहे थे। आज सुबह वह बेहोश हो गए। उनकी यह हालत देखकर घरवाले घबरा गए। भाई शिवसागर ने 108 एंबुलेंस के उपलब्ध मोबाइल नंबर- 7388692628 पर फोन किया। फोन पर जवाब मिला कि मरीज लेकर नसीराबाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जा रहे हैं। एंबुलेंस के आने में 1 घंटे से ज्यादा लग जाएगा।
यह जवाब सुनकर घरवाले और घबरा गए। घरवालों ने तुरंत कंधों के सहारे बीमार बुजुर्ग को अस्पताल पहुंचाने का निर्णय लिया। बेटे कुंवारे व किशुन ने रस्सी की बहिगा बना कर उसमें चारपाई रखी। चारपाई पर बुजुर्ग सूरजपाल को  लिटा कर भाई शिवसागर और उनके तीनों बेटे किशन कुंवारे और जग्गू  कंधे के सहारे 2 किलोमीटर दूर डीह समुदायिक केन्द्र मजबूरी में ले गए। घरवालों को दूरी तय करने में 40 मिनट लग गए।
भाई शिवसागर ने बताया कि समय से इलाज मिल जाने की वजह से सूरजपाल की जान बच गई।

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