कोटा से लखनऊ पहुंची श्रेया नहीं जा सकी अम्बेडकर नगर
कोरोना लॉकडाउन के बीच रविवार को कोटा में आईआईटी की कोचिंग कर रही श्रेया वर्मा परिवहन विभाग की बस से लखनऊ आ गई, लेकिन अभी भी वह अपने माता-पिता से काफी दूर है। क्योंकि उसके पिता विनोद कुमार वर्मा...
- आधार कार्ड में स्थानीय पता लखनऊ दर्ज है - छात्रा ने जिला प्रशासन से परिजनों तक पहुंचाने की अपील की लखनऊ। वरिष्ठ संवाददाताकोरोना लॉकडाउन के बीच रविवार को कोटा में आईआईटी की कोचिंग कर रही श्रेया वर्मा परिवहन विभाग की बस से लखनऊ आ गई, लेकिन अभी भी वह अपने माता-पिता से काफी दूर है। क्योंकि उसके पिता विनोद कुमार वर्मा अम्बडेकर नगर में सरकारी नौकरी करते हैं। वर्तमान में पूरा परिवार अम्बेडकर नगर में रहता है। हालांकि कुछ साल पहले विनोद परिवार संग लखनऊ में ही रहते थे। उसी दौरान श्रेया का आधार कार्ड में स्थानीय पता लखनऊ दर्ज कराया दिया। इसी आधार पर रोडवेज बस ने छात्रा को रविवार को कानपुर रोड स्थित ट्रांसपोर्ट नगर में उतार दिया। जिसके बाद उसे कमता में नजदीक के रिश्तेदार के घर पर रूकना पड़ा। छात्रा ने बताया कि यदि लॉकडाउन की अवधि आगे बढ़ गई तो उसे लंबे समय तक लखनऊ में ही रहना पड़ेगा और अम्बेडकर नगर नहीं जा पाऊंगी। जिला व पुलिस प्रशासन से उसने अम्बेडकर नगर में परिजनों तक पहुंचाने की अपील की। गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश सरकार ने लॉकडाउन की वजह से राजस्थान के कोटा में फंसे सैकड़ों छात्र-छात्राओं को रविवार से परिवहन विभाग की विभिन्न बसों द्वारा लखनऊ सहित प्रदेश के अन्य जिलों में पहुंचाया जा रहा है।