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बाढ़ व वज्रपात से बचाव की पहले से जरूरी तैयारी करेंगे सभी जिले

- कोविड-19 के चलते वीडियो कांफ्रेंसिंग कर दिए गए निर्देश कोविड-19 के चलते वीडियो कांफ्रेंसिंग कर दिए गए निर्देश कोविड-19 के चलते वीडियो कांफ्रेंसिंग कर दिए गए निर्देश कोविड-19 के चलते वीडियो...

बाढ़ व वज्रपात से बचाव की पहले से जरूरी तैयारी करेंगे सभी जिले
हिन्दुस्तान टीम,लखनऊWed, 01 Jul 2020 08:41 PM
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- कोविड-19 के चलते वीडियो कांफ्रेंसिंग कर दिए गए निर्देश- राहत आयुक्त के साथ केंद्रीय अफसरों ने की बातचीत प्रमुख संवाददाता- राज्य मुख्यालयप्रदेश में बाढ़ और वज्रपात से बचाव के लिए सभी जरूरी उपाय जिलाधिकारियों को पहले से करने का निर्देश दिया गया है। इसके साथ ही उन्हें यह भी कहा गया है कि वे केंद्र व राज्य सरकार द्वारा समय-समय पर जारी दिशा-निर्देशों का कड़ाई से पालन करेंगे। कोविड-19 के चलते वीडियो कांफ्रेंसिंग से राहत आयुक्त संजय गोयल और केंद्रीय अधिकारियों ने बातचीत की।राहत आयुक्त ने जिले स्तर पर सिंचाई, केंद्रीय जल आयोग, मौसम विभाग, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की बाढ़ पूर्व तैयारियों व वज्रपात आपदा प्रबंधन उपायों की समीक्षा की। इसमें 500 से अधिक अधिकारी शामिल हुए। वीडियो कांफ्रेंसिंग में राष्ट्रीय आपदा प्रबंध प्राधिकरण के सदस्य ले. जनरल सय्यद अता हसनैन, ब्रिगेडियर अजय गंगवार, मे.जन. वीके दत्ता ने जिले स्तर पर सिंचाई, केंद्रीय जल आयोग, मौसम विभाग, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ से बाढ़ से पहले की तैयारियों और वज्रपात आपदा प्रबंधन के उपायों की जानकारी ली।बाढ़ के लिए 24 जिले संवेदनशीलप्रदेश में बाढ़ के लिए 24 जिले अति संवेदनशील हैं। महराजगंज, कुशीनगर, लखीमपुरखीरी, गोरखपुर, बस्ती, बहराइच, बिजनौर, सिद्धार्थनगर, गाजीपुर, गोंडा, बलिया, देवरिया, सीतापुर, बलरामपुर, अयोध्या, मऊ, फर्रूखाबाद, बदायूं, अंबेडकरनगर, श्रावस्ती, आजगढ़, संतकबीरनगर, पीलीभीत और बाराबंकी। बाढ़ के लिए 16 जिले सहारनपुर, शामली, अलीगढ़, बरेली, हमीरपुर, गौतमबुद्धनगर, रामपुर, प्रयागराज, बुलंदशहर, मुरादाबाद, हरदोई, वाराणसी, उन्नाव, लखनऊ, शाहजहांपुर व कासगंज संवेदनशील हैं। -जिलों को बाढ़ कार्ययोजना के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। राहत आयुक्त कार्यालय की ‘राहत ऐप के बारे में जानकारी दी गई-मौसम विभाग ने 48 घंटे व 72 घंटे की फोरकास्ट और तीन घंटे पहले जिलेवार दी जाने वाली नाउकास्ट के बारे में जानकारी दी गई-मौसम पूर्वानुमान केंद्र लखनऊ व भारतीय मौसम विभाग के ऑनलाइन वेबसाइट व अर्ली वार्निंग पोर्टल के बारे में बताया गया-केंद्र जल आयोग ने हाईड्रोलॉजिकल ऑब्सरवेशन और बाढ़ पूर्वानुमान के कामों के बारे में जानकारी दी-प्रदेश में स्थापित 125 बाढ़ पूर्वानुमान केंद्र, सेटेलाइट टेलीमेट्री स्टेशन व डिस्चार्ज मॉनिटरिंग सेंटर की लाइव फीडिंग की जानकारी दी गई-सिंचाई विभा ने बाढ़ के दौरान फ्लड बुलेटिन, राप्ती बेसिन पर फ्लड फोरकास्टिंग इंफॉरमेशन सिस्टम के बारे में जानकारी दी गई-राष्ट्रीय आपदा मोचक बल ने एनडीआरएफ 11वीं बटालियन वाराणसी और बाढ़ से पहले राहत कार्यों के महत्वपूर्ण बिंदुओं को बताया-राज्य आपदा मोचक बल ने बताया कि एसडीआरएफ की तीन बटालियन लखनऊ, गोरखपुर व गोंडा में स्थापित है

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