जादुई चिराग लेकर नवाबी नगरी पहुंचे अलादीन और यासमीन
साधारण परिवार का लड़का जिसकी आंखों में देश के लिए खेलने और मेडल जीतने के सपने थे। मगर कहते हैं न कि होता वही है जो तकदीर को मंजूर होता है। कुछ ऐसा ही अभिनेता सिद्धार्थ निगम की जिंदगी में हुआ।...
साधारण परिवार का लड़का जिसकी आंखों में देश के लिए खेलने और मेडल जीतने के सपने थे। मगर कहते हैं न कि होता वही है जो तकदीर को मंजूर होता है।
कुछ ऐसा ही अभिनेता सिद्धार्थ निगम की जिंदगी में हुआ। जिम्नास्टिक में राष्ट्रीय स्तर पर कई मेडल अपने नाम करने वाले सिद्धार्थ आखिर में अभिनेता बने और इंडस्ट्री में नाम कमा रहे हैं।
गुरुवार को गोमतीनगर के एक होटल में अपने नए टीवी शो ‘अलादीन: नाम तो सुना होगा’ के प्रमोशन के लिए सिद्धार्थ लखनऊ पहुंचे। वह शो में अलादीन का मुख्य किरदार निभा रहे हैं। सिद्धार्थ के साथ शो की दूसरी मुख्य कलाकार अवनीत कौर भी आई थीं। वह शो में यासमीन का करिदार निभाती दिखेंगी। दोनों कलाकारों ने अपने कॅरिअर और जीवन के सफर की तमाम यादों को यहां साझा किया।
लखनऊ घराने से सीखा है कथक: अवनीत
अभिनेत्री अवनीत कौर ने बताया कि उन्हें शुरू से ही शास्त्रीय नृत्य से जुड़ाव रहा है। उन्होंने लखनऊ घराने से कथक सीखा भी है, जिसके चलते उन्हें इस शहर से खासा लगाव है। अवनीत कहती हैं कि नृत्य उनका पहला प्यार है। उन्होंने फिल्म ‘मर्दानी’ में भी काम किया, जिससे उन्हें पहचान मिली। इसके बाद उन्होंने झिलमिल, सावित्री, एक मुठ्ठी आसमान, हमारी सिस्टर दीदी, ट्विस्ट वाला लव, चंद्र नंदिनी जैसे कई धारवाहिकों में काम किया। अवनीत कहती हैं कि उन्हें प्रोडेक्शन में काम करना है। उनका मानना है कि वेबसीरीज के जरिए छिपी प्रतिभाओं को मंच मिल रहा है। आने वाला समय वेबसीरीज का है। अवनीत ने भी वेब सीरीज में काम किया है।
जल्दबाजी में फैसले नहीं लेता
धारावाहिक महाकुंभ, सम्राट अशोक, पेशवा, चंद्र नंदिनी और अब अलादीन से दर्शकों के दिलों में जगह बना रहे सिद्धार्थ कहते हैं कि फिल्म धूम-3 में बाल कलाकार की भूमिका निभाते समय उन्हें नहीं पता था कि यह इंडस्ट्री ही उनकी जिंदगी बन जाएगी। उन्होंने कहा कि यह शुरूआती दौर है और वह जल्दबाजी में कोई काम नहीं करते हैं और यह बात उनके काम में दिखती है। गुणवत्ता के आधार पर शो का चुनाव करते हैं। भविष्य में भी अच्छे ऑफर आएंगे तो ही काम करेंगे।