भाजपा में नैतिकता होती तो नौवां प्रत्याशी न उतारती: अखिलेश
प्रमुख संवाददाता- राज्य मुख्यालय
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समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा मनमानी पर उतारू है। उसमें जरा भी नैतिकता होती तो राज्यसभा के लिए 9वां प्रत्याशी नहीं उतारती। लगता है कि भाजपा को कदाचार से कोई परहेज नहीं है। उन्होंने फिर दोहराया कि जनता को ईवीएम पर जरा भी भरोसा नहीं रहा।
अखिलेश बुधवार को पार्टी मुख्यालय पर विधायकों की बैठक को संबोधित कर रहे थे। कहा, मतदान बैलेट पेपर से होना चाहिए। लोकतांत्रिक प्रणाली में जनता का विश्वास जरूरी है। चुनावों के दौरान ईवीएम में गड़बड़ी की शिकायतें मिलती रही हैं। गोरखपुर के संसदीय उपचुनाव में 127 ईवीएम में खराबी मिली। इसके चलते तीन घंटे तक मतदान रुका रहा। अगर बैलेट पेपर से चुनाव होता तो भाजपा और ज्यादा वोटों से हारती।
उन्होंने कहा कि एक साल में यूपी की भाजपा सरकार ने जनहित में कोई काम नहीं किया, जनता को सिर्फ धोखा दिया। किसानों की आय 2022 तक दोगुनी करने का जहां दावा हो रहा है, वहीं उनके आत्महत्या व उत्पीड़न का सिलसिला जारी है। जहां करोड़ों नौजवान बेकारी के शिकार हों और सरकारों के पास रोजगार देने की कोई नीति और नीयत न हो यह दुर्भायपूर्ण है। जन आक्रोश से गोरखपुर-फूलपुर के उपचुनावों में भाजपा को हार मिली। जनता बेसब्री से 2019 के चुनाव का इंतजार कर रही है।