विद्यार्थी परिषद ने निकाला मशाल जुलूस
Lucknow News - पुलिस, एसआरएमयू के खिलाफ कार्रवाई की मांग - सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने हाथों में मशाल लेकर

एबीवीपी लखनऊ महानगर के कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को सड़कों पर उतरकर श्री राम स्वरूप मेमोरियल विश्वविद्यालय (एसआरएमयू) और पुलिस के खिलाफ उचित कार्रवाई के लिए मशाल जुलूस निकाल कर प्रदर्शन किया। राष्ट्रीय मंत्री अंकित शुक्ला की अगुवाई में सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने हाथों में मशाल लेकर एलयू के द्वार संख्या एक से परिवर्तन चौक तक मार्च किया। इस दौरान भारी पुलिस बल के बीच एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने लाठीचार्ज का विरोध कर प्रकरण में संलिप्त पुलिसकर्मियों और विश्वविद्यालय प्रशासन के निजी गुंडों पर कठोरतम कार्रवाई करने की मांग उठाई। एबीवीपी राष्ट्रीय मंत्री अंकित शुक्ला ने मांग उठाई कि बर्बर लाठीचार्ज घटना में संलिप्त सभी पुलिसकर्मियों पर कठोरतम कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।
साथ ही, विश्वविद्यालय प्रशासन पर उच्च शिक्षा परिषद की ओर से दर्ज प्राथमिकी पर त्वरित कार्रवाई हो। राष्ट्रीय मंत्री ने बताया कि कार्यकर्ता प्रदेश के सभी जिला केंद्रों पर आंदोलन कर रहें। उन्होंने मुख्यमंत्री से उम्मीद जताई कि जिस तरह उन्होंने माफियाओं को मिट्टी में मिलाने का काम किया है, उसी तरह शिक्षा माफियाओं को भी मिट्टी में मिलाया जाए। बिना नवीनीकरण व अनुमति के अवैध रूप से संचालित विधि पाठ्यक्रम की संपूर्ण तथ्यात्मक जांच कराई जाए। जिम्मेदार प्रशासनिक अधिकारियों पर कार्रवाई कर विश्वविद्यालय को बंद किया जाए। राष्ट्रीय कार्यसमिति सदस्य शीतल सिंह ने कहा कि हमारी कार्यकर्ता बहनों को पुलिस ने आतंकियों की तरह पीटा है। आधा दर्जन से ज्यादा छात्राएं गंभीर रूप से घायल हैं। बुधवार को ही बार काउंसिल ऑफ इंडिया ने विश्वविद्यालय को सशर्त (प्रोविजनल) अनुमति दी है, जो यह सिद्ध करता है कि अब तक यह पाठ्यक्रम अवैध रूप से संचालित था। छह बीघे सरकारी जमीन का कब्जा हटाएं एबीवीपी अवध प्रांत मंत्री पुष्पेंद्र बाजपेई ने बताया कि एसआरएमयू ने लगभग छह बीघे सरकारी भूमि (नाली, तालाब, बंजर व चकमार्ग) पर अवैध कब्जे कर रखा है। जिस पर 25 अगस्त को तहसीलदार न्यायालय ने ₹27.96 लाख का जुर्माना लगाते हुए कब्जा हटाने का आदेश दिया था। अवैध निर्माण को तत्काल हटाकर आदेश का अनुपालन कराया जाए। राजभर ने केजीएमयू पहुंच हाल जाना सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय मुख्य प्रवक्ता अरुण राजभर ने शुक्रवार को केजीएमयू जाकर घायल कार्यकर्ताओं का हाल जाना। उन्होंने बताया कि रामस्वरूप विश्वविद्यालय परिसर में छात्रों पर की गई यह बर्बरतापूर्ण कार्रवाई अत्यंत निंदनीय एव शर्मनाक है। एबीवीपी सदैव छात्रों के हित और अधिकारों की रक्षा के लिए कार्य करती है। शिक्षा के मंदिर में पढ़ने वाले छात्रों पर इस प्रकार का अमानवीय व्यवहार किसी भी दृष्टिकोण से उचित नहीं ठहराया जा सकता।
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