छात्रों ने कविता पाठ किया
महोना के चंद्रवाटिका शिक्षा निकेतन में काव्यलोक सृजन संस्थान की काव्यशाला छात्रों ने कविता पाठ किया। काव्यशाला की शुरुआत कवियत्री भारती पायल ने हे मां वीणावादिनी ज्योतिर्मय मन कर दे से की। मुकेश...
महोना के चंद्रवाटिका शिक्षा निकेतन में काव्यलोक सृजन संस्थान की काव्यशाला छात्रों ने कविता पाठ किया। काव्यशाला की शुरुआत कवियत्री भारती पायल ने हे मां वीणावादिनी ज्योतिर्मय मन कर दे से की। मुकेश मिश्र ने देश की आजादी पर गोलियां सहीं परंतु राह से डिगे न रंच, सुप्त सोच से सुनो स्वतंत्रता मिली नहीं पढ़ी। कक्षा 8 की छात्रा काजल की कविता मां बाप की पूजा को बेकार समझते हैं, पत्थर की प्रतिमा को भगवान समझते हैं सराही गई। इसके साथ ही गौरव पांडेय रुद्र, सोनी मिश्रा, अंबरीश, लवकुश, सूनील झंझटी, केदारनाथ शुक्ल तथा संपत्ति कुमार ने काव्यपाठ किया।
काव्यलोक सृजन संस्थान के अध्यक्ष प्रसिद्ध गीतकार ओम नीरव की अगुवाई में काव्यशाला का आयोजन विगत 3 वर्षों से हो रहा है। जिसमें नवोदित कवियों तथा छात्रों को कविता संबंधित तकनीकी जानकारी उपलब्ध कराई जाती है।