सीओपीडी व अस्थमा से निपटने के लिए नई रणनीत की जरूरत
Lucknow News - मिडलैंड हेल्थकेयर और सूर्या फाउंडेशन ने गोमतीनगर में 18वां रेस्पिरेटरी एवं क्रिटिकल केयर अपडेट आयोजित किया। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने इसका उद्घाटन किया। डॉ. बीपी सिंह ने कहा कि भारत में क्रॉनिक...

मिडलैंड हेल्थकेयर एंड रिसर्च सेंटर और सूर्या फाउंडेशन की ओर से रविवार को गोमतीनगर स्थित होटल ताज में 18वां रेस्पिरेटरी एवं क्रिटिकल केयर अपडेट का आयोजन किया गया। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने सीएमई का उदघाटन किया। आयोजन सचिव व मिडलैंड हेल्थ केयर के अध्यक्ष डॉ. बीपी सिंह ने कहा कि क्रॉनिक रेस्पिरेटरी बीमारियों सीओपीडी, अस्थमा, फेफड़ों का कैंसर, टीबी आदि रोगों से निपटने के लिए नई रणनीतियों की आवश्यकता है। ग्लोबल बर्डन ऑफ डिजीज रिपोर्ट के अनुसार विश्व के सभी क्रॉनिक फेफड़ों के रोगों के 18% मामले भारत में हैं। एंटीबायोटिक रेजिस्टेंस एक बड़ी चुनौती है। ये वर्ष 2050 तक यह 1 करोड़ अतिरिक्त मौतों का कारण बनेगी।
इस समस्या को नियंत्रित करने के लिए प्रभावी कदम उठाने की जरूरत है। डॉ प्रयास है। इस मौके पर डॉ. एआईआईएमएस दिल्ली के पूर्व निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया, डॉ. संजय मेहता,डॉ. दीपक तलवार,डॉ. सुजीत राजन, डॉ. राजाधर, डॉ. अनंत मोहन समेत देश के नामचीन डॉक्टर मौजूद रहे।
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