ग्रामीण अर्थव्यवस्था पूरी तरह से सहकारिता पर निर्भर -सीएम
लखनऊ। निज संवाददाता
-प्रधानमंत्री के 2022 के संकल्प को पूरा करने के लिए सहकारिता आंदोलन की महत्वपूर्ण भूमिका-योगी
-सहकारिता के जरिए हम किसानों के जीवन में बदलाव ला रहे -योगी
निज संवाददाता -राज्य मुख्यालय
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि पिछली सरकारों ने न्यूनतम समर्थन मूल्य के लिए कुछ नहीं किया। उनके एजेंडे में किसानों के लिए कुछ नहीं था। हमारी सरकार सहकारिता के जरिए किसानों के जीवन में बदलाव कर रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 2022 में किसानों की आय दोगुना करने के संकल्प को पूरा करने के लिए सहकारिता आंदोलन की महत्वपूर्ण भूमिका है।
मुख्यमंत्री शनिवार को लखनऊ में सहकारी बंधु सम्मेलन में बोल रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि सहकारिता एक आंदोलन है जिसके माध्यम से जीवन में व्यापक परिवर्तन लाया जा सकता है। प्रदेश में 70 से 80 प्रतिशत लोग कृषि पर निर्भर है। ग्रामीण अर्थव्यवस्था पूरी तरह से सहकारिता पर निर्भर है। पीएम नरेन्द्र मोदी के नए भारत के निर्माण का संकल्प हम सब सहकारिता में सहकारी समिति के माध्यम से साकार कर सकते हैं। प्रदेश सरकार ने 23 महीनों में किसानों की दशा में परिवर्तन लाने का प्रयास किया है। सीएम ने कहा कि सहकारिता आंदोलन को नई धार देने के लिए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह आए हैं, उनके मार्ग दर्शन में हम सभी सहकारिता आंदोलन को आम लोगों से जोड़ने का काम करेंगे।
मुख्यमंत्री ने बसपा - सपा पर निशाना साधते हुए कहा कि इनकी सरकारों ने परिवार का विकास किया है। इसी का नतीजा है कि 30 सहकारी बैंकों मान्यता रिजर्व बैंक ने खत्म कर दी थी जबकि भाजपा 16 बैंकों की स्थिति सामान्य पर ले आई है। बाकी बचे बैंकों को भी पुर्नजीवित करने का प्रयास जारी है। सरकार ने गेहूं खरीद की नीति बनाई गई। उप्र में किसानों से सीधी खरीद के लिए सेंटर खोले गए। बिचैलियों को हटाकर किसानों को सीधे उनके बैंक खातों में डीबीटी के माध्यम से भुगतान किया गया। वर्ष 2017 में 37 लाख टन और 2018 में 53 लाख गेहू खरीदा गया। वहीं धान 42 लाख और 47 लाख टन खरीदा गया।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. महेन्द्र नाथ पाण्डेय ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री गोविन्द बल्लभ पन्त ने सहकारिता और किसानों के लिए काम शुरू किया था। उसके बाद कांग्रेस, सपा, बसपा, की सरकारों ने सहकारिता आंदोलन को बर्बाद कर दिया और परिवारवाद तक सीमित कर दिया। भाजपा ने पुनः इस आंदोलन को जीवित किया है। सहकारिता मंत्री मुकुट बिहारी वर्मा ने सहकारिता विभाग की उपलब्धियां गिनायी। आशियाना के राम मनोहर लोहिया विधि विवि के अम्बेडकर सभागार में आयोजित सहाकरी बंधु सम्मेलन में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री एवं यूपी लोकसभा चुनाव प्रभारी जेपी नड्डा, सह प्रभारी गोवर्धन झडफिया, उपमुख्यमंत्री डा. दिनेश शर्मा, राज्यमंत्री उपेन्द्र तिवारी, प्रदेश उपाध्यक्ष सुधीर हलवासिया समेत प्रदेश भर से आए समितियों के पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद रहे।