लखनऊ डबल मर्डर: प्रेम प्रसंग में सिपाही ने ली थी दो दोस्तों की जान, पत्नी के साथ गिरफ्तार
- Lucknow Double Murder: लखनऊ डबल मर्डर में पुलिस ने खुलासा किया है। प्रेम प्रसंग में वारदात को अंजाम दिया गया था। पुलिस ने आरोपी सिपाही को पत्ती के साथ गिरफ्तार कर लिया गया है। अन्य की तलाश है।

लखनऊ में काकोरी के खुर्रमपुर में शुक्रवार रात आईटीआई छात्र और उसके दोस्त की गला रेतकर हत्या लखीमपुर में तैनात सिपाही ने की थी। इस वारदात की वजह प्रेम प्रसंग बताया जा रहा है। वारदात में सिपाही के तीन परिचित भी शामिल थे। रविवार को पुलिस ने हत्यारोपी सिपाही को उसकी पत्नी के साथ गिरफ्तार कर लिया। आरोपितों के पास से हसिया मिला है। जिससे ताबड़तोड़ वार कर दोहरे हत्याकांड को अंजाम दिया था। वहीं, रविवार को मोहान रोड पर परिवार वालों ने मनोज और रोहित का शव रख कर प्रदर्शन किया। इस दौरान एटा विधायक विपिन कुमार डेविड ने पीड़ित परिवारों से मुलाकात कर उन्हें ढांढ़स बंधाया।
हम दोनों में से एक को चुन लो
डीसीपी पश्चिम विश्वजीत श्रीवास्तव ने बताया कि रविवार को तेजकिशन खेड़ा निवासी सिपाही महेंद्र कुमार को उसकी पत्नी अंकिता उर्फ दीपिका के साथ गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में महेंद्र ने बताया कि वर्ष 2021 में शादी हुई थी। वह अधिकतर ड्यूटी पर रहता था। इस बीच पत्नी के संबंध मनोज से हो गए। कुछ वक्त पूर्व महेंद्र को मनोज के बारे में पता चला। उसने पत्नी को मनोज से बात करने से मना भी किया था। लेकिन वह नहीं मानी। इस पर महेंद्र ने पत्नी से कहा कि तुम मेरे साथ रहोगी या मनोज के। यह तय कर लो। इस पर दीपिका ने पति के साथ रहने की बात कही। इसके बाद ही मनोज की हत्या करने का प्लान तैयार किया गया।
35 बार मिलाई थी कॉल, तब पहुंचा था छात्र
शुक्रवार की सुबह सिपाही महेंद्र कुमार लखीमपुर से घर लौटा था। रात में पत्नी दीपिका से सिपाही ने मनोज को कॉल करने के लिए कहा। पीड़िता ने करीब 35 बार मनोज को फोन मिलाया। पहले तो मनोज ने मना किया। पर, कई कॉल करने पर वह मुलाकात करने के लिए तैयार हुआ था।
पत्नी के प्रेमी से पहले उसके दोस्त को मारा
डीसीपी ने बताया कि महेंद्र के साथ उसकी पत्नी भी नगवा पुल के पास मौजूद थी। मनोज ने महिला को देख कर बाइक रोकी। उसके साथ दोस्त रोहित भी था। पुलिया की आड़ में सिपाही महेंद्र तीन साथियों संग मौजूद था। जिसने सबसे पहले रोहित का गला रेत कर उसे मार डाला। इसके बाद मनोज पर हसिये से ताबड़तोड़ वार किए। गला रेतने के साथ ही मनोज की कलाई की नस काटी थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मनोज के शरीर पर करीब आठ घाव मिले। पूछताछ में सिपाही ने बताया कि दोहरे हत्याकांड को अंजाम देने के बाद वह लखीमपुर ड्यूटी के लिए वापस लौट गया था।
सिपाही के घर पर चले बुलडोजर, प्रदर्शन कर परिवार ने रखी मांग
शनिवार की रात करीब नौ बजे एसडीएम सदर को मांग पत्र सौंपने के बाद भी परिवार ने अंतिम संस्कार नहीं किया था। रविवार सुबह मोहान रोड पर दोबारा से शव रख कर प्रदर्शन किया जाने लगा। करीब पांच घंटे तक हंगामा चलता रहा। जिसके कारण मोहान रोड पर जाम की स्थिति बन गई। इस बीच एटा विधायक और राजपूत महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष विपिन कुमार डेविड ने पीड़ित परिवारों से मुलाकात की। उनके सामने आरोपितों के घर पर बुलडोजर चलाए जाने की मांग परिवार की तरफ से रखी गई।
मुख्यमंत्री से मुलाकात का मिला भरोसा
एटा विधायक विपिन कुमार डेविड ने बताया कि 28 मार्च को राजपूत महासभा बैठक कर मुकदमे की पैरवी से जुड़े निर्णय लेगी। उन्होंने मनोज और रोहित के परिवार की मुलाकात मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से कराए जाने का भरोसा दिया। जिसके बाद परिवार वाले अंतिम संस्कार करने को तैयार हुए। वहीं, विधायक सरोजनीनगर राजेश्वर सिंह के प्रतिनिधि निखिल भी पहुंचे।