बांग्लादेश के टुकड़े कर हिन्दुओं के लिए बनाएं अलग देश
Lalitpur News - फोटो 1कैप्सन हिन्दूवादी संगठनों की रैली में अगुवाई करके साधु संत महात्माबांग्लादेश के टुकड़े कर हिन्दुओं के लिए बनाएं अलग देशबांग्लादेश में हिन्दुओं पर

फोटो 1 कैप्सन हिन्दूवादी संगठनों की रैली में अगुवाई करके साधु संत महात्मा
बांग्लादेश के टुकड़े कर हिन्दुओं के लिए बनाएं अलग देश
बांग्लादेश में हिन्दुओं पर लगातार हो रहे अत्याचार के खिलाफ हुआ जोरदार प्रदर्शन
बांग्लादेशी हिन्दू रक्षा समिति की ओर से राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन डीएम को सौंपा
ललितपुर। बांग्लादेश में हिन्दुओं के खिलाफ लगातार हो रहे अत्याचार, उत्पीड़न के खिलाफ बांग्लादेशी हिन्दू रक्षा समिति की अगुवाई में मंगलवार को जोरदार प्रदर्शन करते हुए रैली निकाली गयी। बांग्लादेश की सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचे प्रदर्शनकारियों ने बांग्लादेश के टुकड़े कर हिन्दुओं के लिए अलग देश बनाने को मांग उठाई।
तालाबपुरा स्थित श्री लक्ष्मी नृसिंह मंदिर में दोपहर बारह बजे तक बड़ी संख्या में हिन्दू एकत्रित हो गए। यहां से बड़ी संख्या में महिलाएं, युवतियां, पुरुष हाथ में बैनर पोस्टर लेकर साधु संत के पीछे चल पड़े। हजारों लोगों का काफिला शनिचरा चौराहा होते हुए घंटाघर, पुरानी तहसील, सीएमओ कार्यालय के सामने से होता हुआ तुवन मंदिर चौराहा पहुंचा। प्रदर्शनकारी एक साथ बांग्लादेशी हिन्दुओं की रक्षा के लिए मांग करते चल रहे थे। हाथों भगवा थामे लोग जयश्री राम के नारे लगाते हुए कलेक्ट्रेट में दाखिल हो गए। यहां सिद्धपीठ चंडी माता मंदिर के महामंडलेश्वर चन्द्रेश्वर गिरी महाराज ने कहा कि बांग्लादेश में हिन्दुओं के साथ होता अत्याचार असहनीय है। अब भारत सरकार को इसमें दखल देना चाहिए। जरूरत पड़े तो बांग्लादेश के टुकड़े कर वहां के हिन्दुओं के लिए अलग राष्ट्र बनाया जाए। अन्य वक्ताओं ने कहा कि बंटवारे के समय पाकिस्तान में हिन्दुओं की संख्या पच्चीस प्रतिशत थी, जो आज घटकर बहुत कम हो गयी है। यही हालत बांग्लादेश की है। वहां के मुसलमानों को अत्याचार से बचाने के लिए भारत ने पाकिस्तान के दो टुकड़े करके बांग्लादेश बनाया था और आज उस देश में भी हिन्दुओं को लूटा जा रहा है। उनकी हत्या की जा रही है। सेक्युलरिज्म का चोला ओढ़े राजनीतिक दल और विचारधारा के लोग अब बांग्लादेश की घटनाओं को लेकर विरोध नहीं कर रहे हैं जबकि फिलिस्तीन पर गिरते इस्राइल के बमों से उनको बहुत दर्द होता है। देश के हिन्दुओं को इस तरह की सोंच के लोगों से सावधान होकर एक हो जाना चाहिए। इस दौरान राष्ट्रपति को संबोधित एक ज्ञापन जिलाधिकारी अक्षय त्रिपाठी को सौंपा गया।
बाक्स
सन्यासी चिन्मय कृष्ण दास प्रभु की हो रिहाई
ललितपुर। ज्ञापन में बताया गया कि बांग्लादेश में शांतिपूर्ण प्रदर्शनों में हिंदुओं का नेतृत्व कर रहे इस्कॉन के सन्यासी चिन्मय कृष्ण दास प्रभु जी को बांग्लादेश में अलोकतांत्रिक तरीके से गिरफ्तार करना, उनको बंद करना, उनकी आवाज को दबाने की कुचेष्टा करना अमानवीय तथा हिंदू समाज के मानवाधिकारों का हनन भी है। विश्व समुदाय की चुप्पी बेहद आपत्तिजनक है। भारत सरकार का प्रति उत्तर इस विषय में बहुत ही सावधानीपूर्वक और न्यूनतम रहा है। एक संप्रभु देश की स्वायत्तता को किसी प्रकार से चुनौती देना दूसरे देश की सरकार के लिए ठीक नहीं है लेकिन एक बड़े हिंदू समुदाय का इस प्रकार का उत्पीड़न पूरा विश्व सारे पड़ोसी देश व भारत सरकार सिर्फ देखते रहें और कुछ भी कार्रवाई नहीं करें यह भी स्वीकार नहीं है। इसलिए केंद्र सरकार बांग्लादेश सरकार पर दबाकर हिन्दुओं पर हो रही हिंसा को तत्काल रोकें और तुरंत इस्कॉन के मुख्य पुजारी चिन्मय कृष्ण दास प्रभु जी की तत्काल रिहाई की जाए।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।