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जलवायु परिवर्तन बड़ा सन्कट, इससे निपटने को प्रभावी कार्ययोजना जरूरी

Lalitpur News - फोटो 2कैप्सन बैठक में चर्चा करते स्वास्थ्य विभाग के अधिकारीगणजलवायु परिवर्तन बड़ा सन्कट, इससे निपटने को प्रभावी कार्ययोजना जरूरीजल जनित रोगों से निपटने

Newswrap हिन्दुस्तान, ललितपुरMon, 30 Dec 2024 10:36 PM
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जलवायु परिवर्तन बड़ा सन्कट, इससे निपटने को प्रभावी कार्ययोजना जरूरी

ललितपुर। जलवायु परिवर्तन जनपद और उत्तर प्रदेश ही नहीं, देश और समूचे विश्व के लिए यह बड़ा खतरा है। इससे निपटने के लिए एक ठोस कार्ययोजना बनाकर समाज को आगे आना होगा। राष्ट्रीय जलवायु परिवर्तन एवं मानव स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत आयोजित एक दिवसीय प्रशिक्षण के दौरान यह बात चिकित्साधिकारियों ने कही। सोमवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय स्थित सभागार में राष्ट्रीय जलवायु परिवर्तन एवं मानव स्वास्थ्य कार्यक्रम (एनपीसीसीएचएच) के अन्तर्गत एक दिवसीय प्रशिक्षण आयोजित किया गया। जिसमें मानव स्वास्थ्य पर जलवायु परिवर्तन के प्रभाव पर विस्तृत चर्चा हुई। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. इम्तियाज अहमद ने बताया कि इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य स्वास्थ्य कर्मियों को जलवायु परिवर्तन से उत्पन्न स्वास्थ्य चुनौतियों के प्रति जागरुक करना और उन्हें इस सन्दर्भ में समुदाय में जागरुकता फैलाने के लिये सक्षम बनाना हैं। नोडल अधिकारी एनपीसीसीएचएच डा. आरएन सोनी ने कहा कि जलवायु परिवर्तन पूरी दुनिया के लिये बड़ा संकट हैं। इससे न केवल धरती के तापमान में बढ़ोत्तरी हो रही है बल्कि मानव स्वास्थ्य पर इसका गम्भीर असर पड़ रहा है। महामारी रोग विषेशज्ञ डा. देशराज सिंह दोहरे ने जलवायु परिवर्तन के कारण होने वाले स्वास्थ्य जाखिमों जलजनित रोग, बाढ़, सूखा आदि के संबंध में प्रतिभागियों को जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिये ठोस कार्ययोजना बनाने की आवश्यकता है। इसको जल्द से जल्द लागू भी किया जाना चाहिए। इसी क्रम में पब्लिक हेल्थ स्पेशलिस्ट डा. सौरभ सक्सेना ने राष्ट्रीय जलवायु परिवर्तन एवं मानव स्वास्थ्य कार्यक्रम (एनपीसीसीएचएच) की विस्तृत जानकारी देते हुये कहा कि जलवायु बदलावों की गति थामने के लिये गम्भीर पहल जरूरी है। सभी लोगों के सहयोग से ही जलवायु बदलावों की गति को रोका जा सकता हैं। उन्होंने जलवायु जनित रोगों से निपटने के लिये सभी चिकित्सा इकाइयों से तैयार रहने के लिये कहा। बैठक में जिला चिकित्सालय व विभिन्न ब्लाकों से आये चिकित्सक, फार्मासिस्ट, स्टाफ नर्स, बीपीएम, बीसीपीएम, एआरओ तथा मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय के विभिन्न अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे।

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