व्हाट्सअप ग्रुप पर महिला शिक्षक से बोले अभिभावक, मैडम कमाल का है आपका हेयर स्टाइल
लॉकडाउन में ऑन लाइन पढ़ाई जारी है। बच्चे तो पढ़ाई में लगे हैं, लेकिन कुछ अभिभावक और ही गुल खिला रहे हैं। पढ़ाई कराने को बने ग्रुप में बच्चे के पिता मैसेज भी भेज रहे और वाइस रिकार्डिग भी। यहां तक कि...
लॉकडाउन में ऑन लाइन पढ़ाई जारी है। बच्चे तो पढ़ाई में लगे हैं, लेकिन कुछ अभिभावक और ही गुल खिला रहे हैं। पढ़ाई कराने को बने ग्रुप में बच्चे के पिता मैसेज भी भेज रहे और वाइस रिकार्डिग भी। यहां तक कि महिला शिक्षकों को पर्सनल मैसेज भी कर रहे हैं। एक प्रतिष्ठित स्कूल के ग्रुप पर यह सब हुआ तो अभिभावक को नोटिस भेला गया है।
लॉकडाउन के दौरान बच्चों को पढ़ाने का काम भी ऑनलाइन क्लासेस चलाकर और टीचर से ग्रुप बनाकर होम वर्क और अन्य तरह से काम किया जा रहा है। बाकी तो सबकुछ बेहतर ही चल रहा है पर इसमें कुछ अभिभावक दूसरी पढ़ाई करने में जुट गए है। शहरी स्कूलों के साथ ही बेसिक स्कूलों में बने ग्रुपों पर टीचरों को अब अलग तरह की ही परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
इस दिक्कत से बचने को कुछ ने ग्रुप को एडिमिनमोड भी कर लिया है। बहरहाल इससे भी बेहतर काम नहीं बन पा रहा है। पर्सनल पर जाकर कुछ लोग महिला शिक्षकों को मैसेज कर रहे हैं। कु छ उनके हेयर स्टाइल की तारीफ कर रहे हैं तो कुछ कपड़ों की।
यह गलत है ऐसा नहीं होना चाहिए
शिक्षक नेता मनोज शुक्ला का कहना है कि अगर इस तरह की बाते हो रही है तो बिल्कुल गलत है। अभिभावकों को ख्याल रखना चाहिए की टीचर उनके बच्चे के गुरु हैं। शिक्षक नेता संजीव त्रिपाठी ने कहा कि यह बहुत गलत है ज्यादा बढ़ने पर अधिकारियों से मिलकर शिकायत दर्ज कराएंगे। साथ ही कार्रवाई भी होगी।
अधिकारी की बात
बहरहाल इस तरह की शिकायत अभी मुझ तक नहीं पहुंची है। शिक्षकों को पहले इस तरह के लोगों को समझाना चाहिए फिर न मानें में ब्लाक कर दे। ज्यादा दिक्कत होने पर आगे कार्रवाई भी कराई जाएगी।
बुद्ध प्रिय सिंह, बीएसए खीरी