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चार सदी बाद भी हो रहा है तुलसीदास के आदेश का पालन

चार सदी बाद भी हो रहा है तुलसीदास के आदेश का पालनचार सदी बाद भी हो रहा है तुलसीदास के आदेश का पालन -यहां वसंत पंचमी पर ही होते हैं सभी...

चार सदी बाद भी हो रहा है तुलसीदास के आदेश का पालन
हिन्दुस्तान टीम,लखीमपुरखीरीTue, 16 Feb 2021 03:14 AM
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खमरिया-खीरी।

श्रीरामचरित मानस रचनाकाल में धौरहरा पहुंचे गोस्वामी तुलसीदास ने वसंत पंचमी को लेकर जो आदेश दिए, उनका पालन आज भी हो रहा है। धौरहरा नगर से बाहर जिस जगह पर प्रवास कर गोस्वामी तुलसीदास ने श्रीराम चरित मानस लिखी। उस स्थान के प्रति लोग न सिर्फ आज भी श्रद्धा रखते हैं। बल्कि गोस्वामी जी ने जो आदेश 447 साल पहले दिए थे। उनका निरंतर पालन भी कर रहे हैं।

गोस्वामी तुलसीदास ने अपने धौरहरा प्रवास के दौरान स्थानीय लोगों को दीक्षा देकर अपना शिष्य बनाया। खमरिया कस्बे के श्री बिड़ला हनुमान मंदिर के पुजारी रघुनन्दन प्रसाद मिश्र ने बताया कि गोस्वामी तुलसीदास जी के आगमन की बात सुन उनके पूर्वज भेंट करने पहुंचे थे। जिनसे गोस्वामी जी कहा था परिवार में जन्म लेने वाले बच्चों के मुंडन संस्कार वसंत पंचमी के मौके पर रामवाटिका में कराएं। रघुनन्दन प्रसाद ने बताया कि तुलसीदास जी आज्ञा मानते हुए पिछले 447 सालों से उनका परिवार इसका पालन कर रहा है। इस वसंत पंचमी को उनके पौत्र शिवाय का मुंडन रामवाटिका में है। चार सदियां बीत जाने के बाद भी गोस्वामी जी के आदेशों के अनुपालन में क्षेत्र के तमाम परिवार रामवाटिका में धार्मिक कार्यक्रम अनुष्ठान संपन्न करते हैं।

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