गैंडे की मौत की वजह साफ नहीं, बिसरा सुरक्षित
घाघरा नदी मे बहकर आया गैडे के शव का सोमवार पोस्टमार्टम कराया गया। पोस्टमार्टम में गैंडे के सभी अंग सुरक्षित निकले...
घाघरा नदी मे बहकर आया गैडे के शव का सोमवार पोस्टमार्टम कराया गया। पोस्टमार्टम में गैंडे के सभी अंग सुरक्षित निकले है। गैंडे की मौत की वजह साफ नहीं हो सकी है। उसका बिसरा सुरक्षित किया गया है। रविवार को घाघरा नदी में ईसानगर क्षेत्र के साहबदीन पुरवा मजरा बेलागढ़ी के पास नदी में करीब 1.5 किलोमीटर अंदर शव देखा गया था। इसको सोमवार को नदी से निकालकर पोस्टमार्टम कराया गया। पोस्टमार्टम टीम में आइवीआरआई बरेली से डॉ अशोक, डॉ. प्रदीप कुमार, राकेश कुमार, अवधेश कुमार, मुकेश गुप्ता और डब्ल्यूटीआई के सदस्यों ने किया। इसमें सभी अंग सुरक्षित निकले है। साथ ही गैंडे की उम्र 25 साल बतायी जा रही है।
बता दें स्थानीय लोगो की मदद से गैंडे का शव निकाला गया । रविवार से ही शाम को वन विभाग को घाघरा नदी में किसी जानवर के उतराने की सूचना मिल गयी थी । सफलता सोमवार की दोपहर के बाद मिल पाई। सूचना पर पीसीसीएफ सुनील सिह, एडिशनल पीसीसीएफ पी के शर्मा भी नदी किनारे पहुंच गये थे। एफडी दुधवा संजय पाठक, डीडी बफर जोन अनिल पटेल सहित एसडीओ जगदम्बा प्रसाद और रेंजर अनिल शाह की मौजूदगी में कार्रवाई की गई।
जाल और जेसीबी मशीन से निकाला गया शव
घाघरा नदी में गैंडे के शव को बाहर निकालने के लिए वन विभाग को काफी मशक्कत करनी पड़ी। इसके लिए नदी में जाल डाला गया। इसके साथ ही जेसीबी मशीन की सहायता से उसे बाहर लाया गया।
डीएनए जांच को भेजा गया सैंपल
दस से बारह दिन पुराने सड़े गला शव होने की वजह से मौत की वजह पोस्टमार्टम में पता नहीं चल सकी है। इसके लिए बिसरा सुरक्षित कर बरेली को भेजा गया है। नर गैंडे के शव का पोस्टमार्टम करने के बाद वन विभाग ने इसका डीएनए जांच कराने को सैम्पल द डब्लूआईआई देहरादून के लिए भेजा गया। अन्य पहलुओ की जानकारी लैबोरेटरी टेस्ट के बाद ही मिल सकेगी।
प्रधान मुख्यवन संरक्षक भी पहुंचे मौके पर
गैंडे का शव मिलने की जानकारी मिलने के बाद सोमवार को प्रधान मुख्यवन संरक्षक वन्यजीव सुनील पांडे, अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक प्रोजेक्ट टाइगर पीके शर्मा भी मौके पर पहुंचे और मामले की पूरी जानकारी ली।
नेपाल के करनाली में आई थी बाढ़
वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि नेपाल से संपर्क करने पर पता चला है कि कुद दिन पहले नेपाल के करनाली में बाढ़ आई थी। संभवता यह गैंडा उसी में बहकर आ गया है।
अधिकारी की बात
गैंडे का शव 10 से 12 दिन पुराना और सड़ागला था। इसके चलते पोस्टमार्टम में मौत का कारण स्पष्ट नहीं हो सका। गैंडे के सभी अंग सुरक्षित निकले साथ ही इसकी उम्र करीब 25 साल आंकी गयी। बिसरा के साथ ही डीएनए टेस्ट के लिए सैम्पल लेकर भेजा गया है। जांच के बाद ही अन्य चीजे साफ हो सकेगी।
संजय पाठक एफडी दुधवा नेशनल पार्क खीरी