लखीमपुर के गांव में दलितों के घर पुलिस ने की तोड़फोड़, सिपाहियों ने काटा बवाल
गोला कोतवाली पुलिस ने धौराहरा खुर्द गांव में दलितों के यहां जमकर तोड़फोड़ की। उनके घर का सामान तोड़ फोड़ डाला महिलाओं से बदसलूकी की। दो परिवारों से 40 हजार की नगदी और हजारों का जेवरात गायब बताया गया है।...

गोला कोतवाली पुलिस ने धौराहरा खुर्द गांव में दलितों के यहां जमकर तोड़फोड़ की। उनके घर का सामान तोड़ फोड़ डाला महिलाओं से बदसलूकी की। दो परिवारों से 40 हजार की नगदी और हजारों का जेवरात गायब बताया गया है। मामले की शिकायत एसपी से की गई है।
मामला कोतवाली क्षेत्र के ग्राम पंचायत अलियापुर के मजरा ग्राम धौराहरा खुर्द का है। जहां बुधवार को कोतवाली पुलिस ने दलित राधेश्याम और शिवचरन के यहां जमकर बवाल किया। चारपाई, कुर्सी, साइकिल समेत जो सामान मिला उसे तोड़ डाला। विरोध करने पर परिजनों को मारा-पीटा और महिलाओं से बदसलूकी की।
राधेश्याम का कहना है कि वह मंगलवार को पड़ोस के गांव कांकर कुइया की बाजार सब्जी लेने गए थे तभी वहीं के निवासी एक दबंग ने उनको धमकाया। बुधवार को गांव के एक मुर्गी पालन फार्म पर भी विवाद हुआ। आरोप है कि दबंग ने अपने चहेते दो सिपाहियों को फोन कर बुलाया। सिपाहियों ने कोतवाली फोन कर फोर्स बुला लिया। दलितों का कहना है कि किसी ने कुछ ना सुना और गांव पहुंच ताबड़तोड़ लाठियां भांजने लगे।
आरोप है कि इसी अफरा-तफरी में शिवचरन के बक्से में रखे 10 हजार रुपए नगद राधेश्याम के बक्से में रखे 30 हजार रुपए नगद और शिवचरन के बेटे की शादी के लिए लाया गया हजारों का जेवरात गायब हो गया। सूचना पाकर विधायक प्रतिनिधि जवाहर लाल वर्मा ने गांव पहुंच स्थित देखी और एसपी को प्रकरण की जानकारी दी। मामला विधायक अरविंद गिरि के संज्ञान में भी लाया गया है। उधर कोतवाल डी पी तिवारी का कहना है कि पुलिस ने तोड़फोड़ नहीं की है। कुछ अराजक तत्वों ने घटना को अंजाम दिया है रिपोर्ट दर्ज की जा रही है।
