धरने पर बैठे एक भाकियू की कार्यकर्ता की हालत बिगड़ी
जंगलों से निकलकर खेतों में घूम रहे बाघों को पकड़कर जंगल में छोड़े। बाघ के हमले के शिकार लोगों के परिवार को आर्थिक मदद देने, रेंजर का तबादला करने की मांग को लेकर भाकियू का वनविभाग के दफ्तर पर धरना 10...
जंगलों से निकलकर खेतों में घूम रहे बाघों को पकड़कर जंगल में छोड़े। बाघ के हमले के शिकार लोगों के परिवार को आर्थिक मदद देने, रेंजर का तबादला करने की मांग को लेकर भाकियू का वनविभाग के दफ्तर पर धरना 10 दिनों से जारी है। सर्दी में भी भाकियू कार्यकर्ता दिनरात यहां धरना दे रहे हैं।
धरने पर बैठे एक कार्यकर्ता की हालत मंगलवार को बिगड़ गई। भाकियू पदाधिकारियों का कहना है कि जब तक उनकी मांगे नहीं मानी जाएंगी आन्दोलन चलता रहेगा।महेशपुर वन विभाग के रेंज कार्यालय गेट पर भाकियू ने आन्दोलन शुरू किया है। 10 दिनों से धरना चल रहा है। खिचड़ी का त्योहार भी यहीं पर मनाया गया है। धरना पर बैठे गोला तहसील अध्यक्ष महेश वर्मा की हालत मंगलवार को बिगड़ गई। इस मामले को लेकर भाकियू पदाधिकारी 21 जनवरी को बड़ी पंचायत करने की तैयारी में हैं। इसको लेकर गांव-गांव सम्पर्क भी किया जा रहा है। भाकियू पदाधिकारियों का कहना है कि बाघ की दहशत से इलाके के लोग परेशान हैं। आए दिन बाघ हमला कर रहे हैं। लोग खेतों की ओर नहीं जा पा रहे हैं। इससे खेती किसानी चौपट हो रही है।