साढ़े नौ घण्टे के रेस्कयू के बाद नदी से निकाली गई टीम
स्टीमर से चौगुर्ज़ी गांव बाढ़ का जायजा लेने गई और बाद ने मोहाना की धार में फंसी राजस्व विभाग की टीम को साढ़े नौ घण्टे के ऑपरेशन के बाद बचाया जा सका। रात को दो मोटर बोट से फ्लड पीएसी और एनडीआरएफ की टीम...
स्टीमर से चौगुर्ज़ी गांव बाढ़ का जायजा लेने गई और बाद ने मोहाना की धार में फंसी राजस्व विभाग की टीम को साढ़े नौ घण्टे के ऑपरेशन के बाद बचाया जा सका। रात को दो मोटर बोट से फ्लड पीएसी और एनडीआरएफ की टीम नदी में फंसे लोगों तक गयी। लेकिन अंधेरा होने के कारण ऑपरेशन सुबह साढ़े सात बजे तक चलता रहा।
निघासन तहसील का काफी इलाका इन दिनों शारदा और मोहाना की बाढ़ की चपेट में है। सोमवार को राजस्व विभाग की एक टीम बाढ़ प्रभावित इलाकों का सत्यापन करने स्टीमर से गई थी। स्टीमर पर लेखपाल सोनू मौर्या, कोमल कुमार,हेमंत राजपूत, फूल सिंह, रामयज्ञ यादव,अनुज कश्यप, सतीश वर्मा, कमलेश त्रिपाठी, सलिल शर्मा सवार थे। वापसी में उस स्टीमर पर शिक्षा विभाग के लोग, ग्रामीण भी सवार हो गए। बताते है वापसी के दौरान अंधेरा हो गया था और तेज नदी के बहाव की वजह से स्टीमर में अचानक दिक्कत आई और मशीन जाम हो गई है। सूचना पर एसडीएम केशव नाथ ने तुरन्त एनडीआरएफ की टीम को सूचना दी । रात में ही फ्लड पीएसी की दो मोटरवोट स्टीमर में फंसे लोगो को निकालने गई। इस दौरान पीएसी की दोनों मोटरबोट पर 16 लोगों को लेकर आई, जिसमें लेखपाल, टीचर और महिलाएं थी। तेज धार और अंधेरे की वजह से दूसरा चक्कर टीम नही लगा पाई और सुबह करीब साढ़े सात बजे ग्रामीण दूसरे वोटरबोट से आये। रात इन लोगों ने उसी खराब स्टीमर पर बिताई।