खेत में खड़ा है गन्ना, काट ली धान की फसल
धान खरीद की पारदर्शी योजना में भी बिचौलिए सेंध लगा रहे हैं। ऑनलाइन पंजीकरण कराने में उस खेत में भी धान दिखा रहे हैं जिसमें गन्ना की फसल खड़ी...
लखीमपुर-खीरी।
धान खरीद की पारदर्शी योजना में भी बिचौलिए सेंध लगा रहे हैं। ऑनलाइन पंजीकरण कराने में उस खेत में भी धान दिखा रहे हैं जिसमें गन्ना की फसल खड़ी है। इस रकबा में धान का उत्पादन बताकर क्रय केन्द्रों पर धान बेच रहे हैं। कई मामले ऐसे आने के बाद अब प्रशासन ने जांच शुरू करा दी है। ऐसे लोगों को चिह्नित किया जा रहा है, जिनके रकबा में गन्ना दर्ज है लेकिन ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन में धान बताकर क्रय केन्द्रों पर धान बेच रहे हैं।
एसडीएम के माध्यम से लेखपालों से सत्यापन कराया जाएगा।
धान खरीद में किसानों की सुविधा के लिए नई व्यवस्था की गई। किसानों से ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराने को कहा गया। यह व्यवस्था इसलिए की गई जिससे रजिस्ट्रेशन कराने के बाद किसानों को क्रय केन्द्र पर इंतजार न करना पड़े। वह अपनी निर्धारित तिथि पर धान ले जाकर बेच सकें। इस व्यवस्था में बिचौलियों ने सेंध लगानी शुरू कर दी। कुछ बिचौलिए सक्रिय हुए। किसानों से उनकी खसरा खतौनी और बैंक खाता नम्बर मांगा। इसके बाद खुद ही ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करा दिया। इतना ही नहीं क्रय केन्द्रों पर धान ले जाकर बेच भी दिया। दरअसल यह बिचौलिए औने-पौने दामों पर किसानों का धान खरीदा और क्रय केन्द्रों पर समर्थन मूल्य पर बेच रहे हैं। इससे किसानों को घाटा हो रहा है। कई मामले इस तरह के सामने आ चुके हैं। अब इनको चिन्हित कर सत्यापन कराया जा रहा है। सत्यापन के बाद अगर फर्जी रकबा निकला तो धान जब्त किया जाएगा। साथ ही एफआईआर भी दर्ज करा दी जाएगी। सत्यापन कराने की जिम्मेदारी एसडीएम को सौंपी गई है। एसडीएम लेखपालों के माध्यम से सत्यापन करा रहे हैं।
बोले डिप्टी आरएमओ
-इस तरह के मामले सामने आए हैं कि ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन में जो रकबा दिखाया गया है उस पर गन्ना या अन्य फसल थी। ऐसे मामलों को चिन्हित किया जा रहा है। इसका सत्यापन कराकर कार्रवाई की जाएगी। क्योंकि यह किसान नहीं हैं बल्कि बिचौलिए हैं। ऐसे लोगों को चिन्हित करने के बाद इनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाएगी।
लालमणि पाण्डेय, डिप्टी आरएमओ