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नाटक में संयुक्त परिवार में बुजुर्गों की आवश्यकता पर दिया विशेष बल

संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार के सहयोग से टीवी कलाकार डॉ.दिनेश कुमार शर्मा अभिनित ‘उजड़ा हुआ महाविद्यालय ने दर्शकों को आखिर तक बांधे...

नाटक में संयुक्त परिवार में बुजुर्गों की आवश्यकता पर दिया विशेष बल
हिन्दुस्तान टीम,लखीमपुरखीरीThu, 20 Sep 2018 12:03 AM
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संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार के सहयोग से टीवी कलाकार डॉ.दिनेश कुमार शर्मा अभिनित ‘उजड़ा हुआ महाविद्यालय ने दर्शकों को आखिर तक बांधे रखा। नाटक संयुक्त परिवार और सबको साथ लेकर चलने पर पैदा हुई चुनौतियों पर आधारित था।इस रंगमंचीय प्रस्तुति का उद्घाटन मुख्य अतिथि विधायक योगेश वर्मा तथा विशिष्ट अतिथि पालिकाध्यक्ष निरुपमा मौनी बाजपेयी ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। नाटक में संयुक्त परिवार में बुजुर्गों की आवश्यकता पर विशेष बल दिया गया है। पोता बन्टी तथा पोती रीता अपने दादा (डॉ. दिनेश कुमार शर्मा) दादी की कहानियां सुनकर संस्कारित होते है, पर आधुनिक विचारधारा की बहू गीता (रश्मि रावत) को ये सब अच्छा नहीं लगता। नोक झोंक के कारण दादा दादी वह घर छोड़कर चले जाते हैं और वही पोता बंटी (ध्रुव तिवारी)युवा होकर शराब पीने लगता है और पोती रीटा (चारू शुक्ला) ड्रग्स लेने लगती है ।

अंत मे परिवार को बिखरते देख पिता केदारनाथ (संजय त्रिपाठी) अपनी पत्नी गीता के साथ अपने माता पिता से क्षमा याचना करके फिर सभी साथ रहने लगते हैं । इस नाट्य मंचन में ससुर बहू तथा बेटा बन्टी व पिता केदारनाथ के संवाद दर्शकों के दिलों में गहराइयों तक प्रभाव डालती है। इसके अलावा प्रोफेसर की भूमिका में विपिन कुमार, नौकर की भूमिका में अभिनव रावत तथा कस्टम अधिकारी की भूमिका में अजय धीमान ने दर्शकों पर अपने अभिनय की अमिट छाप छोड़ी । संचालन स्थानीय पूर्व सभासद अनिल शुक्ला ने किया

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