100 सालों में पहली बार शिव आराधना के व्रतों में स्नान तो दूर, आचमन भी नहीं कर सकेंगे भक्त
Lakhimpur-khiri News - गोला गोकर्णनाथ में शिव आराधना के प्रमुख व्रतों और त्योहारों के दौरान पहली बार भक्त स्नान और आचमन नहीं कर सकेंगे। छोटी काशी कॉरिडोर निर्माण के लिए तीर्थ कुंड का जल प्रवाह रोका गया है, जिससे चार महीने...

गोला गोकर्णनाथ। शिव आराधना के प्रमुख केंद्र छोटी काशी गोला गोकर्णनाथ में लगभग सौ सालों में यह पहला मौका होगा, जब भक्त यहां स्नान तो दूर, आचमन भी नहीं कर सकेंगे। ऐसा शिव आराधना के प्रमुख व्रतों व त्योहारों पर होने वाला है। वजह है कि इन दिनों यहां छोटी काशी कॉरिडोर निर्माण के लिए तीर्थ कुंड का जल प्रवाह ही रोक दिया गया है। चार महीने तक इस प्रवाह की उम्मीद नहीं है। शिव आराधना के मुख्य केंद्र वाराणसी के बाद गोला छोटी काशी को भी प्रमुख केंद्र माना जाता है। यहां के तीर्थ कुंड में स्नान, आचमन आद की खास मान्यता है। हर बार शिव आराधना के व्रत व त्योहारों पर कई जिलों के भक्त यहां जुटते हैं। पर इस बार उनको स्नान का अवसर नहीं मिलेगा। छोटीकाशी कॉरिडोर निर्माण को लेकर शिव मंदिर परिसर में ध्वस्तीकरण का काम चल रहा है। तीर्थ कुंड का भी सौंदर्यीकरण होना, इसलिए वहां भी सीढ़ियों को तोड़ा जा रहा है। जिस कारण कार्यदाई संस्था ने दिसंबर माह में तीर्थ कुण्ड को जल प्रवाह रोक दिया है। अब चार माह तक तीर्थ कुण्ड में जल नहीं रहेगा। तीर्थ के तीर्थ पुरोहित कल्याण समिति से जुड़े दीनानाथ का कहना है कि तीर्थ कुंड का जल प्रवाह रोके जाने का यह पहला मामला है। इससे पहले तीर्थ में अल्पिका के जरिए जल आता था। बाद में इसका प्रबंध नगर पालिका करने लगी। इस बार तीर्थ में पानी न होने से स्नान बाधित रहना है। देवकली आश्रम के महंत आचार्य प्रमोद दीक्षित का कहना है कि सोमवारी अमावस्या से लेकर सभी व्रतों में तीर्थ स्नान का महत्व है। धार्मिक स्थान पर स्नान न हो तो आचमन की सुविधा जरूर दी जाए।
यह हैं शिव आराधना से जुड़े व्रत त्योहार -
- 30 दिसम्बर को सोमवती अमावस्या, 27 जनवरी व 10 फरवरी को प्रदोष व्रत होगा
- 12 फरवरी स्नान-दान की माघी पूर्णिमा, 25 फरवरी को है प्रदोष व्रत
- 26 फरवरी महाशिवरात्रि व्रत, 11 मार्च व 27 मार्च को भी शिव आराधना, प्रदोष व्रत की तिथियां
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तीर्थ कुंड के सौंदर्यीकरण का काम हो रहा है। इस वजह से कुंड का जल निकलवाया गया है। समतलीकरण व नए पत्थर लगने का काम होना बाकी है।
- विनोद गुप्ता, एसडीएम, गोला
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तीर्थ का जल कार्यदायी संस्था के कहने पर रोका गया था। बाद में उसे निकलवाया भी उनकी मांग पर गया है। जब कहा जाएगा, नगर पालिका तीर्थ का जल प्रवाह खोल देगी।
- विजय शुक्ला रिंकू, नगर पालिका अध्यक्ष
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