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गुलाब और गेंदे के फूलों से महकेगी शारदा व घाघरा की तलहटी

खीरी जिले की शारदा और घाघरा की तलहटी गुलाब और गेंदा के फूलों से महकेगी। जिले में गेंदा और गुलाब की खेती करने के लिए किसानों को प्रेरित किया...

गुलाब और गेंदे के फूलों से महकेगी शारदा व घाघरा की तलहटी
हिन्दुस्तान टीम,लखीमपुरखीरीFri, 19 Oct 2018 12:14 AM
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खीरी जिले की शारदा और घाघरा की तलहटी गुलाब और गेंदा के फूलों से महकेगी। जिले में गेंदा और गुलाब की खेती करने के लिए किसानों को प्रेरित किया जाएगा। इसके लिए उद्यान विभाग को लक्ष्य भी मिल गया है। खेती करने वाले किसानों को अनुदान भी मिलेगा। किसानों को गेंदा गुलाब की खेती के लिए कृषि विभाग की वेबसाइट पर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराना होगा।सुगंध, सुंदरता, कोमलता के लिए गुलाब प्रसिद्ध है। गुलाब की खेती उत्तर प्रदेश के हाथरस, एटा, बलिया, कन्नौज, फर्रुखाबाद, कानपुर के अलावा राजस्थान और कश्मीर में भी होती है। अब गुलाब की खेती खीरी जिले की शारदा और घाघरा नदियों की तलहटी में किसानों को करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। उद्यान विभाग को इस साल पांच एकड़ गुलाब की खेती का लक्ष्य मिला है।

विभाग इसके लिए किसानों को प्रेरित कर रहा है। जिले में गुलाब का आयात ज्यादातर लखनऊ और कानपुर से किया जाता है। किसानों की आय बढ़ाने के लिए विभाग ने अब खीरी जिले में फूलों की खेती को बढ़ावा देने का निर्णय लिया है। जिला उद्यान अधिकारी दिग्विजय सिंह के मुताबिक गुलाब और गेंदा की खेती के लिए जिले की जलवायु और मिट्टी उपयुक्त है। पहले चरण में पांच हेक्टेयर का लक्ष्य मिला है। फूलों की खेती करने वाले किसानों को अनुदान भी दिया जाएगा। इसके लिए किसानों को अपना रजिस्ट्रेशन विभाग की वेबसाइट पर कराना होगा। यह भी बताते चलें कि गुलाब को लेकर भारत सरकार ने 12 फरवरी को गुलाब दिवस घोषित किया है।बाक्सएक एकड़ में सात से 10 लाख का फायदा-गुलाब की खेती किसानों को फायदेमंद साबित होगी। विभाग के अधिकारियों और कृषि वैज्ञानिकों का दावा है कि खीरी जिले में फूलों की खेती आसानी से हो सकती है बताया जाता है कि एक गुलाब की खेती में किसानों को हर साल सात से 10 लाख तक का मुनाफा हो सकता है।

गुलाब की कलम एक बार लगाने से इसमें 5 साल तक फूल आते रहते हैं। फूलों की बिक्री जिले में ही हो सकती है। पूजा-पाठ के लिए तो लोग ले जाते हैं इसके अलावा घरों कारों, शोरूम आदि को सजाने के लिए भी लोगों की पहली पसंद गुलाब का फूल होता है।गुलाब और गेंदा की खेती के लिए किसानों को प्रेरित किया जा रहा है। इसके लिए किसानों को अनुदान भी दिया जा रहा है। किसानों को अपना पंजीकरण कृषि विभाग की वेबसाइट पर कराना होगा। पंजीकरण के बाद हार्ड कॉपी कार्यालय में जमा कर दें विभाग बिल बाउचरों का सत्यापन कराने के बाद अनुदान के अंदर किसानों के खातों में भेजेंगा। किसानों के लिए फूलों की खेती अच्छा मुनाफा देने वाली होगी।दिग्विजय भार्गव, जिला उद्यान अधिकारी

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