विधायक को धरने पर बैठा देख अधिकारियों के छूटा पसीना, तेवर देखकर गिड़गिडाए मिल के अफसर
बकाया गन्ना भुगतान और स्थानीय शिक्षित बेरोजगार युवकों को नौकरी दिलाने के लिए विधायक अरविंद गिरि ने अपने तमाम साथियों के साथ रविवार को कुंभी चीनी मिल परिसर में धरना दिया। इससे मिल प्रशासन के प्रबंधन...
बकाया गन्ना भुगतान और स्थानीय शिक्षित बेरोजगार युवकों को नौकरी दिलाने के लिए विधायक अरविंद गिरि ने अपने तमाम साथियों के साथ रविवार को कुंभी चीनी मिल परिसर में धरना दिया। इससे मिल प्रशासन के प्रबंधन के हाथ पांव फूल गए और उन्होंने मिल के उच्च अधिकारियों से वार्ता करने के बाद ही निर्णय लेने की बात कही जिस पर विधायक नहीं माने। धरना शाम तक जारी था।अपने पूर्व कार्यक्रम के तहत विधायक अरविंद गिरि तमाम साथियों के साथ बलरामपुर ग्रुप की कुंभी चीनी मिल पहुंचे और उन्होंने मिल परिसर में अपनी मांगों को लेकर धरना शुरू कर दिया। उनका कहना है कि मिल स्थापना के एक दशक बाद भी क्षेत्र के योग्य शिक्षित बेरोजगारों को मौका नहीं दिया गया जबकि गांव और पुरबे में जब चाय की भी दुकान खुलती है तो युवा रोजगार की चाहत रखता है।
उन्होंने मांग की कि शिक्षित बेरोजगारों को पद के अनुरूप योग्यता अनुसार प्राथमिकता के आधार पर लिया जाए। चीनी मिल में यह सुनिश्चित किया जाए कि यहां 50 से 60 प्रतिशत अधिकारी, कर्मचारी और मजदूर स्थानीय हो। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष गन्ना बेचने में किसानों को दिक्कतें आई थी। जाम की समस्या, घटतौली से किसानों को जूझना पड़ा था। ऐसी व्यवस्था की जाए यह समस्याएं दोबारा पैदा ना हो। उन्होंने कहा कि शासनादेश के अनुसार किसानों को 14 दिन के अंदर गन्ने का भुगतान कराया जाना सुनिश्चित किया जाए। विधायक ने कहा कि 30 सितंबर तक बकाया गन्ना भुगतान किया जाना था जो नहीं हुआ।
डीएम ने भी 15 अक्टूबर तक गन्ना भुगतान किए जाने का निर्देश दिया था डीएम के आदेश का भी पालन नहीं किया गया है। विधायक अरविंद गिरि की हुंकार देख चीनी मिल के वरिष्ठ प्रबंधक फाइनेंस मुकेश मिश्रा, जीएम केन आर एस ढाका समेत तमाम अधिकारी गिड़गिड़ाते नजर आए और कहा कि वह मिल के उच्च अधिकारियों से वार्ता कर बताएंगे। जिस पर विधायक सहमत नहीं हुए। विधायक का कहना था कि किससे बात करनी हो तुरंत कर ली जाए। उन्होंने इस संबंध में 7 अक्टूबर को ही पत्र भेज कर आगाह कर दिया था कि वह 18 अक्टूबर को कुंडली 21 अक्टूबर को गुलरिया और 27 अक्टूबर को गोला में मिल प्रबंधन से वार्ता करेंगे। देर शाम तक धरना जारी था। धरने पर विधायक समेत तमाम लोग मौजूद थे।