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रावण ने मांगी मरने की फीस, बवाल, हंगामा

खमरिया की रामलीला में बुधवार रात अजीबोगरीब ड्रामा हुआ। रावण का किरदार निभा रहे कलाकार ने मरने के एवज में 1100 रुपयों की मांग रख दी। जिस वजह से राम-रावण युद्ध दो घण्टे से ज्यादा समय तक चला। सुरक्षा के...

रावण ने मांगी मरने की फीस, बवाल, हंगामा
हिन्दुस्तान टीम,लखीमपुरखीरीFri, 11 Oct 2019 01:15 AM
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खमरिया की रामलीला में बुधवार रात अजीबोगरीब ड्रामा हुआ। रावण का किरदार निभा रहे कलाकार ने मरने के एवज में 1100 रुपयों की मांग रख दी। जिस वजह से राम-रावण युद्ध दो घण्टे से ज्यादा समय तक चला। सुरक्षा के लिए तैनात पुलिस ने आखिर में बिना रावण वध के ही रावण के पुतले में आग लगवा दी। बाद में पुलिस ने मंच का पर्दा गिराकर रावण की जिद खत्म की।

बुधवार की रात कस्बे की रामलीला में राम-रावण युद्ध का मंचन हुआ। मंचन के दौरान रणभूमि में राम ने रावण को मारने में तमाम तीर चलाए। पर रावण को धराशाई न कर सके। इस बीच नेपथ्य से आयोजन कमेटी के लोग रावण से मरने का आग्रह करते रहे। पर रावण ने किसी की एक न सुनी। युद्ध के दौरान रावण मरने के बदले 1100 रुपयों की मांग की। खुशामद करके हार चुके आयोजन मण्डल ने आखिर में एक पात्र के हाथ रावण के पास 500 रुपए भेजे। इस पर भी रावण जब मरने को तैयार नहीं हुआ। तब कमान खमरिया चौकी इंचार्ज महेश त्यागी ने सम्भाल ली। बेवजह समय की बर्बादी औऱ लोगों की परेशानियों को देखते हुए चौकी इंचार्ज ने राम रावण युद्ध के दौरान ही पुतले में आग लगवा दी। बाद में मंच के नजदीक जाकर पुलिस बल ने युद्ध के दौरान पर्दा गिरवा दिया।

कलाकार भी आहम

रामलीला सम्पन्न होने के बाद राम का किरदार निभाने वाले पंकज पांडेय ने आयोजन समिति लताड़ लगाते हुए भविष्य में राम का किरदार न निभाने की बात कही। राम बने पंकज ने कहा कि रावण का पार्ट प्ले करने वाले शेखर गुप्ता ने बेवजह जिद करके रामलीला की गरिमा से खिलवाड़ किया।

दशहरा मेले में रात भर हुई अराजकता

खमरिया कस्बे की रामलीला में रात भर अराजकता होती रही। पूरी रात फोकट में खाने पीने और मुफ्त में झूला झूलने को लेकर कम से कम 10 बार मारपीट हुई। एक महिला ने खमरिया के युवक पर छेड़खानी और पर्स छीन ले जाने का आरोप लगाया। अराजक तत्वों की खुराफातों के चलते रात में होने वाले कार्यक्रम नहीं हो पाए। इस बीच आयोजन समिति के लोग शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए मंच से लगातार अपीलें करते रहे। जिनका अराजक तत्वों पर कोई असर नहीं हुआ। मुफ्तखोर एक जगह से भगाए जाते तो दूसरी दुकान पर पहुंचकर वही करने लगते। आइसक्रीम की एक दुकान पर पहुंचे अराजक तत्वों के एक गुट ने दुकान में तोड़फोड़ की। मुफ्तखोर बड़े झूले पर फ्री में झूला झूलने के लिए लगातार अड़े रहे। जिस वजह से झूला बार बार रोंक दिया जाता । मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि अराजक तत्वों ने आधा दर्जन मर्तबा झले पर आपरेटर व मेलार्थियों से मारपीट की।बताते चलें कि खमरिया कस्बे में पहले गोविंद शुगर मिल परिसर और पीडब्ल्यूडी ग्राउंड पर दो जगह दशहरा मेला लगता था। दोनों मेलों को अराजक तत्वों की गुंडागर्दी के चलते बन्द कर दिया गया था। करीब एक दशक तक मेला न लगने के बाद तीसरी जगह मेला लगना शुरू हुआ। जहां फिर से आयोजन पर अराजकता भारी पड़ने लगी। बुधवार को हुए बवालों के बाद आयोजन समिति ने मेले को ठप करने की बात कही है।

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