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ओयल में लगेगा आक्सीजन प्लांट, तैयारियां शुरू

आक्सीजन की समस्या का समाधान के लिए सरकार ने जिले में आक्सीजन प्लांट की मंजूरी दी है। प्रधानमंत्री आपदा राहत कोस (पीएम केयर्स) से देश के 551 स्थानों...

ओयल में लगेगा आक्सीजन प्लांट, तैयारियां शुरू
हिन्दुस्तान टीम,लखीमपुरखीरीTue, 27 Apr 2021 03:11 AM
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लखीमपुर-खीरी।

आक्सीजन की समस्या का समाधान के लिए सरकार ने जिले में आक्सीजन प्लांट की मंजूरी दी है। प्रधानमंत्री आपदा राहत कोस (पीएम केयर्स) से देश के 551 स्थानों पर आक्सीजन प्लांट की स्वीकृति दी गई है। इसमें खीरी जिला भी शामिल है। इस समय कोविड तेजी से फैल रहा है। ऐसे में आक्सीजन की सबसे ज्यादा जरूरत है।

जिले में आक्सीजन प्लांट कहां पर लगाया जाएगा। इस पर प्रशासन मंथन कर रहा है। बताया जाता है कि आक्सीजन प्लांट ओयल में लगाने की तैयारी है। ओयल में ट्रामा सेंटर शुरू कर दिया गया है। यहां पर 200 बेड का मदर चाइल्ड अस्पताल है। ऐसे में प्रशासन यहीं पर ही आक्सीजन प्लांट लगाने की तैयारी में है। डीएम शैलेन्द्र सिंह का कहना है कि वैसे तो कोविड अस्पताल जगसड़ में बनाया गया है। लेकिन जो आक्सीजन प्लांट लगना है वह ओयल में ठीक रहेगा। ओयल में दो बड़े अस्पताल तैयार हैं। ऐसे में वहां आक्सीजन की जरूरत हर समय रहेगी। आक्सीजन प्लांट जिले में लगने के बाद जहां जिस अस्पताल में जरूरत होगी ओयल से आसानी से पहुंच जाएगी। जगसड़ में आक्सीजन प्लांट लगने के बाद हमेशा के लिए आक्सीजन की किल्लत दूर हो जाएगी। फिलहाल इसके लिए कब बजट मिलता है कब तक यह प्लांट शुरू होता है इस पर सभी की निगाहें टिकी हुई हैं।

लिक्विड न मिलने से 10 दिन से बंद चल रहा है प्लांट

लखीमपुर-खीरी। हिन्दुस्तान संवाद

जिले में 10 दिन से बंद पड़े ऑक्सीजन गैस प्लांट को फिर से चलाने की कवायद शुरू कर दी गई है।गैस प्लांट लिक्वेड ना मिलने के चलते बंद चल रहा है। रिफलिंग फैक्ट्री में ऑक्सीजन की सप्लाई करने को लिक्विड की आवश्यकता होती है। ऑक्सीजन की कमी को देखते हुए डीएम शैलेंद्र सिंह और ड्रग इंस्पेक्टर ने खीरी के इस रिफलिंग प्लांट को फिर से चलाने को लेकर कवायद शुरू कर दी है। रिफलिंग प्लांट के मैनेजर मोहम्मद मेहताब अंसारी ने बताया कि रिफलिंग प्लांट में 20 टन ऑक्सीजन बनाने की क्षमता है। अभी तक बरेली के कलिंगा और मुरादाबाद की बीएन इंडस्ट्रीज से लिक्विड सप्लाई मिलने से इसको चलाया जा रहा था। साथ ही अन्य जगह आईजीएल और बुखारी टाटानगर से भी लिक्विड सप्लाई को लेकर बात की जा रही है।

आक्सीजन प्लांट लगाने की प्राथमिकता ओयल में है। यहां ट्रामा सेंटर व मातृ-शिशु अस्पताल है। यहां पर जगह भी मिल जाएगी। इसलिए ओयल में ही आक्सीजन प्लांट लगवाया जाएगा।

शैलेन्द्र सिंह, डीएम

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