ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News उत्तर प्रदेश लखीमपुरखीरीनर्सिंग होमों की हड़ताल से कराह उठा पूरा जिला

नर्सिंग होमों की हड़ताल से कराह उठा पूरा जिला

आईएमए की हड़ताल से जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह से पटरी से उतर गई। सरकारी अस्पतालों में बीमार की लंबी लाइन लग गई। इससे कई मरीजों को इलाज मिलने में दिक्कतों का सामना करना पड़ा। इसके साथ ही महकमे...

नर्सिंग होमों की हड़ताल से कराह उठा पूरा जिला
हिन्दुस्तान टीम,लखीमपुरखीरीWed, 07 Jun 2017 12:21 AM
ऐप पर पढ़ें

आईएमए की हड़ताल से जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह से पटरी से उतर गई। सरकारी अस्पतालों में बीमार की लंबी लाइन लग गई। इससे कई मरीजों को इलाज मिलने में दिक्कतों का सामना करना पड़ा। इसके साथ ही महकमे के अलर्ट के बाद भी कई डॉक्टर अपने चैबर में नहीं बैठे इससे मरीजों को ज्यादा दिक्कतों का सामना करना पड़ा। कई सरकारी डॉक्टरों के भी आईएमए की हड़ताल में शामिल होने से इलाज मिलने में दिक्कतों का सामना करना पड़ा। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने लगातार हो रहे डॉक्टरों पर हमलों के विरोध में प्राइवेट अस्पतालों को बंद रखा। प्राइवेट बंद होने की वजह से बीमार मरीजों और उनके तीमारदरों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। कई दूर दराज इलाके से आने वाले मरीज बिना दवा लिए ही वापस जाने को मजबूर हुए। इसके साथ गंभीर बीमार मरीजों को जिला अस्पताल में भीड़ होने की वजह सें ज्यादा परेशान होना पड़ा। मंगलवार को एसोसिएशन की अध्यक्ष डॉ रूबी मेहता की अध्यक्षता में शिव शक्ति मैरिज लॉन में बैठक की। बैठक में बोलते हुए डॉ रूबी ने कहा कि दिल्ली में होने वाला धरना डॉक्टरों पर हो रहे हमलों पर रोक लगाने और सुरक्षा के लिए केंद्रीय कानून बनाने, क्लीनिकल एस्टेब्लिशमेंट एक्ट, एनएमसी, एनईएक्सटी का विरोध और मरीजों के हितों की रक्षा के लिए किया जा रहा है। बैठक के बाद सात सूत्रीय ज्ञापन एसडीएम को सौंपा। एसोसिएशन, डेंटल सर्जन्स, आयुर्वेंद यूनानी संघर्ष समिति, प्राइवेट मेडिकल प्रोफेशनल्स वेलफेयर एसोसिएशन शामिल रहे।बैठक में संजीव भल्ला, एमआर खान, दिनेश दुआ, आरपी एस चौहान, राधा टंडन, इंद्रा चोपड़ा, वीके चोपड़ा, नीरज सिंह, अवनीश, आरके वर्मा सहित तमाम लोग मौजूद रहे। बाक्स अलर्ट के बाद भी चैबंर में नही मिले डॉक्टर स्वास्थ्य महकमे ने आईएमए की हड़ताल को लेकर अलर्ट जारी किया था। सीएमओ डॉ जावेद ने सभी डॉक्टरों से सर्तक रहते हुए इलाज की व्यवस्था कराने का निर्देश दिया था। इसके बाद भी जिला अस्पताल में फिजिशीयन, सर्जन सहित कई डॉक्टरों के चैंबर खाली रहे। इन के चैंबर के बाहर मरीज उनका इंतजार करते है। बाक्ससरकारी डॉक्टर भी हड़ताल पर! आईएमए की हड़ताल में सरकारी महकमे में तैनात डॉक्टर भी शामिल रहे। हड़ताल के दौरान शहर के एक मैरिज लॉन में आयोजित बैठक में जिला अस्पताल में तैनात दो डॉक्टर मौजूद रहे। अस्पताल प्रशासन ने बताया कि सुबह के समय बरसात होने की वजह से ज्यादा मरीज नहीं आया। रोजाना जितने पर्चे बनते है उतने ही पर्चो मंगलवार को भी बने।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें