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नेपाल यात्रा के लिए अभी करिये सोमवार तक का इंतजार

नेपाल के काठमांडू शहर में आयोजित हुई कैबिनेट की बैठक में पिछले 10 माह से बंद चल रहे गौरीफंटा सहित तीस अन्य बॉर्डर को खोलने के निर्देश नेपाल शासन...

नेपाल के काठमांडू शहर में आयोजित हुई कैबिनेट की बैठक में पिछले 10 माह से बंद चल रहे गौरीफंटा सहित तीस अन्य बॉर्डर को खोलने के निर्देश नेपाल शासन...
1/ 2नेपाल के काठमांडू शहर में आयोजित हुई कैबिनेट की बैठक में पिछले 10 माह से बंद चल रहे गौरीफंटा सहित तीस अन्य बॉर्डर को खोलने के निर्देश नेपाल शासन...
नेपाल के काठमांडू शहर में आयोजित हुई कैबिनेट की बैठक में पिछले 10 माह से बंद चल रहे गौरीफंटा सहित तीस अन्य बॉर्डर को खोलने के निर्देश नेपाल शासन...
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हिन्दुस्तान टीम,लखीमपुरखीरीSun, 31 Jan 2021 03:13 AM
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पलियाकलां-खीरी।

नेपाल के काठमांडू शहर में आयोजित हुई कैबिनेट की बैठक में पिछले 10 माह से बंद चल रहे गौरीफंटा सहित तीस अन्य बॉर्डर को खोलने के निर्देश नेपाल शासन ने दिए थे। शासन के निर्देशों से संबंधित लिखित पत्र न मिलने पर नेपाल प्रशासन ने भारतीय नागरिकों को पैदल तो सीमा पार जाने की अनुमति दी लेकिन वाहनों की एंट्री पर पाबंदी लगा रखी है। उम्मीद है कि सोमवार से वाहनों पर लगी पाबंदी भी हटा दी जाएगी। जिसके बाद भारत-नेपाल बॉर्डर पर दोनों देशों के नागरिकों का आवागमन पूर्व की भांति पूर्वक शुरू हो जाएगा।

बता दें कि मार्च 2020 में कोरोना वायरस की दस्तक के बाद भारत-नेपाल सीमा को बंद करते हुए दोनों देशों के नागरिकों के आवागमन पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। लगातार दस माह से बॉर्डर बंद होने से बॉर्डर स्थित दोनों ओर की मंडियों का व्यापार पूरी तरह से ठप हो गया था। लंबे समय के इंतजार के बाद 29 जनवरी को नेपाल के शहर काठमांडू में आयोजित हुई नेपाल की कैबिनेट बैठक में गौरीफंटा सहित 30 अन्य बॉर्डरों को खोले जाने के निर्देश जारी किए गए। कैबिनेट में बॉर्डर खोले जाने के निर्देश कुछ ही देर के बाद सोशल मीडिया पर वायरल हो गए, जिसके बाद बॉर्डर पर स्थित मंडियों के व्यापारी खुशी से झूम उठे। शासन के निर्देशों से संबंधित लिखित पत्र नेपाल प्रशासन को ना मिलने के चलते उन्होंने भारतीय नागरिकों को पैदल तो अपने देश में एंट्री दी। लेकिन वाहनों पर प्रतिबंध बरकरार रखा। नेपाल प्रशासन के मुताबिक निर्देशों से संबंधित लेटर आते ही पूर्व की भांति सीमा खोल दी जाएगा। उम्मीद जताई जा रही है कि सोमवार से भारत-नेपाल के बॉर्डर पर पूर्व की भांति वाहनों के संचालन के साथ आवागमन शुरू हो जाएगा।

वाहन चलने के बाद ही होगा बॉर्डर पर पर्यटकों का आवागमन

10 माह बाद भारत-नेपाल के गौरीफंटा बॉर्डर पर लगी रोक हटाते हुए बॉर्डर को खोले जाने के निर्देशों के बाद भी शुक्रवार को भारत से नेपाल के लिए वाहनों के जाने पर प्रतिबंध रहा। बताया जाता है कि सोमवार से वाहनों का आवागमन बहाल होने के बाद दोनों देशों के बीच पर्यटन में बढ़त होगी। आमतौर पर दुधवा आने वाले पर्यटक नेपाल भ्रमण के लिए भी जाते थे, लेकिन कोरोना काल से यह प्रक्रिया ठप है।

तो बंद ही रहेंगी बाकी सीमाएं

-नेपाल सरकार ने खीरी जिले से लगी सिर्फ एक सीमा ही खोली है। इसके अलावा सम्पूर्णानगर और तिकोनिया से लगीं सीमाएं बंद हैं। बसही बार्डर तो चार साल से अधिकारिक तौर पर बंद चल रहा है। वहां एसएसबी निगाह तो बनाए है, लेकिन व्यापार पर इसका असर पड़ रहा है। सीमा क्षेत्र में व्यापार दोनों देशों के रिश्तों पर टिका होता है। 2017 के बाद से कोई अप्रिय घटना तो नहीं हुई, लेकिन सीमा बंद होने से बसही में कारोबार सिमटता जा रहा है।

बार्डर खोलने में क्या शर्त रखी गई हैं और क्या नियम है, इस बारे में नेपाल प्रशासन से रिपोर्ट मांगी गई है। मैं कैलाली जिले के डीएम से संपर्क करने की कोशिश कर रहा हूं। एससबी से भी रिपोर्ट मांगी जा रही है।

शैलेंद्र सिंह, डीएम खीरी

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