अब गर्मी का लॉक डाउन, 11 बजे के बाद न निकलें घर से
कोरोना के बाद अब गर्मी का लॉक डाउन शुरू है। मंगलवार को तापमान 44 डिग्री पर रहा, जो अब तक का सबसे उच्च स्तर है। डॉक्टरों की सलाह है कि इस मौसम में दोपहर 11 बजे के बाद न निकलें तो बेहतर है। 25 मई से...
कोरोना के बाद अब गर्मी का लॉक डाउन शुरू है। मंगलवार को तापमान 44 डिग्री पर रहा, जो अब तक का सबसे उच्च स्तर है। डॉक्टरों की सलाह है कि इस मौसम में दोपहर 11 बजे के बाद न निकलें तो बेहतर है। 25 मई से गर्मी ने सितम दिखाना शुरू कर दिया है। इस समय पारा 43 से 44 डिग्री के बीच है। यह 9 दिन का नौतपा चल रहा है। ऐसा मौसम 2 जून तक बने रहने के आसार हैं।
मई-जून में तेज धूप के साथ गर्म चलने वाली हवाएं लोगों को बीमार कर सकती हैं। ज्यादा समय तक धूप में रहने पर हीट स्ट्रोक का भी खतरा बढ़ जाता है। इससे बचने के लिए खूब पानी पीयें, तरल पदार्थों का उपयोग करें। मौसमी फलों तरबूज, ककड़ी, खीरा, नींबू इनका अधिक से अधिक प्रयोग कर खुद को सुरक्षित रखा जा सकता है। इस मौसम में डायरिया, पेट की बीमारी, हीट स्ट्रोक, डिहाइड्रेशन का खतरा रहता है। एडिशनल सीएमओ डॉ. आरपी दीक्षित ने बताया बढ़ रहे पारे के साथ ही कई तरह की बीमारियां होने का अंदेशा रहता है। इसके चलते दोपहर के समय घर से बाहर जरूरी ना हो तो ना जाएं।
बच्चों और बुजुर्गों का रखें खास ख्याल
गर्मी के इस मौसम में बुजुर्गों और बच्चों का खास ख्याल रखना चाहिए। लू के थपेड़े इनको जल्दी ही प्रभावित कर देते हैं। इसके साथ बच्चों और बुजुर्गों को सुबह-शाम के अलावा दोपहर और दिन में घर से बाहर ना जाने दें। घर से निकलते समय सर और चेहरे के साथ ही शरीर को पूरी तरह ढक के निकलें। बाहर जाते समय अपने पास पानी की भी व्यवस्था रखें।
गर्मी बढ़ने के साथ बीमार होने लगे बच्चे
लगातार बढ़ रहे तापमान के साथ ही बच्चों के ज्यादा बीमार होने का सिलसिला भी शुरू हो गया है। मंगलवार को जिला अस्पताल के चिल्ड्रन वार्ड में 11 बच्चे भर्ती होकर अपना इलाज करा रहे हैं। इनमें से चार बच्चों को डायरिया की शिकायत है वही दो बच्चे डिहाइड्रेशन के शिकार हैं।