ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News उत्तर प्रदेश लखीमपुरखीरीकोल्ड डायरिया में लापरवाही बन सकती है जानलेवा

कोल्ड डायरिया में लापरवाही बन सकती है जानलेवा

सर्दी के मौसम को डॉक्टर भले ही हेल्दी सीजन कहते है। लेकिन यह भी सच है कि बीमारी फैलाने वाले वायरस सर्दी के मौसम में तेजी से बढ़ रहे हैं जिसके सबसे ज्यादा शिकार छोटे बच्चे हो रहे हैं। रोट्रो और नोरो...

कोल्ड डायरिया में लापरवाही बन सकती है जानलेवा
हिन्दुस्तान टीम,लखीमपुरखीरीMon, 30 Dec 2019 01:02 AM
ऐप पर पढ़ें

सर्दी के मौसम को डॉक्टर भले ही हेल्दी सीजन कहते है। लेकिन यह भी सच है कि बीमारी फैलाने वाले वायरस सर्दी के मौसम में तेजी से बढ़ रहे हैं जिसके सबसे ज्यादा शिकार छोटे बच्चे हो रहे हैं। रोट्रो और नोरो वायरस से पीड़ित बच्चों को कोल्ड डायरिया की शिकायत हो रही है।

जिला अस्पताल में पीडियाट्रिक डॉ. राजेश कुमार का कहना है कि डायरिया के सबसे ज्यादा मामले शुरुआती सर्दी में होते है। इस दौरान बरती गई लापरवाही मांसपेशियों को नुकसान पहुंचाता है और संक्रमण के चलते उल्टी दस्त की समस्या शुरू हो जाती है। कोल्ड डायरिया सामान्य बीमारी की तरह है। इसमें पीड़ित को सर्दी, जुकाम के साथ बुखार होता है। इसके बादउल्टी दस्त के शिकार हो जाते हैं। यह दिखे लक्षण हो जाएं सावधान बालरोग के डॉ. राजेश कुमार का कहना है कि कोल्ड डायरिया मूल रुप से सर्दी में वायरस अटैक होता है। इसके अलावा सर्दी में जोयारोट्रो वायरस, इंट्रोवायरस, क्लैपसेला और ईकोलाई से परेशानी होती है। इन वायरस के प्रवेश के बाद बच्चों को पेचिस की शिकायत हो जाती है। बच्चे सर्दी में पानी कम पीते है इससे उनमें पानी की कमी हो जाती है। यह खतरनाक होता है।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें