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वनकर्मियों की निगरानी जारी, नहीं मिल रही बाघ की लोकेशन

ढखेरवा, संवाददाता। मंझरा पूरब के औंधैय्या गांव में गुरुवार को बाघ के हमले में मारे गए शिवकुमार का अंतिम संस्कार शनिवार सुबह कर दिया...

वनकर्मियों की निगरानी जारी, नहीं मिल रही बाघ की लोकेशन
हिन्दुस्तान टीम,लखीमपुरखीरीSun, 11 Jun 2023 01:31 AM
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ढखेरवा, संवाददाता। मंझरा पूरब के औंधैय्या गांव में गुरुवार को बाघ के हमले में मारे गए शिवकुमार का अंतिम संस्कार शनिवार सुबह कर दिया गया। शुक्रवार दोपहर बाद वन विभाग और मृतक के परिजनों के बीच हुए समझौते के बाद लाश को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया था। गांव वालों का दावा है कि बाघ अभी भी गांव के आसपास ही हैÜ जबकि वनकर्मियों को बाघ के पगचिह्न तो मिले हैं पर लोकेशन नहीं मिल पा रही है। फिलहाल निगरानी जारी है।

औंधैय्या गांव निवासी पचास वर्षीय शिवकुमार को बाघ ने गुरुवार को उस वक्त हमला करके मार दिया था जब वह खेत में चारा लेने गया था। दूसरे दिन शुक्रवार सुबह खेत से लाश बरामद हुई थी। बाघ के हमलों से हो रही लगातार मौतों से आहत और वन विभाग से नाराज ग्रामीणों ने गजियापुर चौराहे पर शिवकुमार की लाश रखकर ढखेरवा बिछिया रोड को जाम कर प्रदर्शन किया था। घंटों तक चली जद्दोजहद के बाद अधिकारियों और मृतक के परिजनों में सहमति बनी थी जिसके बाद ग्रामीणों ने प्रदर्शन खत्म किया था। बाघ की लोकेशन जानने के लिए बेलरायां रेंज से वन रक्षक आकाश खरवार, वन दरोगा रामनरेश, वाचर अजीज, परिक्रमा, अमेरिका और बाघ मित्र आदि की टीम घटना के बाद से ही बाघ की तलाश में लगी है लेकिन बाघ का पता नहीं चल सका है। हालांकि वनकर्मियों ने बाघ के पग चिन्हों को देखे जाने की बात कही है। उधर मृतक के घर पर सांत्वना देने वाले लोगों का तांता लगा राह। इलाकाई लोगों के अलावा सपा नेता हिमांशु पटेल भी परिजनों से मिले। पटेल ने शासन प्रशासन पर लापरवाही करने का आरोप लगाते हुए पीड़ितों को उचित मुआवजा देने की मांग की। ग्रामीणों की माने तो जब तक बाघ पकड़ा नहीं जाता तब तक खतरा बरकरार है।

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