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दुधवा आकर बदला मिट्ठू का स्वभाव, अब सजा माफी की होगी सिफारिश

दुधवा आकर बदल गया मिट्ठू का स्वभाव, अब सजा माफी की सिफारिश या मिट्ठू का स्वभाव, अब सजा माफी की सिफारिश -चंदौली में एक व्यापारी की हत्या का आरोपी है...

दुधवा आकर बदला मिट्ठू का स्वभाव, अब सजा माफी की होगी सिफारिश
हिन्दुस्तान टीम,लखीमपुरखीरीThu, 16 Sep 2021 03:50 AM
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लखीमपुर-खीरी। कार्यालय संवाददाता

दो साल पहले एक व्यापारी की हत्या के आरोपी मिट्ठू हाथी का स्वभाव दुधवा आकर बदल रहा है। न वह बेवजह गुस्सा कर रहा है और न ही नखरे दिखा रहा। हाथी मिट्ठू के बदलते बर्ताव को देखते हुए उसकी छह माह तन्हाई की सजा को कम करने की सिफारिश पार्क प्रशासन ने की है।

2019 में चंदौली में एक मेले के दौरान बिगड़े मिट्ठू हाथी ने एक व्यापारी की जान ले ली थी। इसके बाद उसे बेड़ियों में जकड़कर रामनगर वन प्रभाग में कैद कर दिया गया था। मिट्ठू के महावत पर भी केस चला। इस बीच मिट्ठू की रिहाई की मांग दुधवा के तत्कालीन फील्ड डायरेक्टर रमेश पांडे ने उठाई थी। लम्बी कवायद के बाद जून 2021 में मिट्ठू को बेड़ियों से आजादी मिल गई और उसे दुधवा टाइगर रिजर्व में भेज दिया गया। 45 साल की उम्र के मिट्ठू हाथी के स्वभाव को लेकर अफसर शुरू से सशंकित थे। उसके गुस्सैल और बिगड़ैल होने के किस्से आम थे।

लिहाजा बेड़ियों से आजादी के बाद भी मिट्ठू को छह माह की तन्हाई की सजा मिली। उसे बाकी हाथियों से अलग गुलरा वन चौकी पर रखा गया। इस दौरान पशु चिकित्सक डॉ. दयाशंकर उसकी सेहत की निगरानी करते रहे और उसके बर्ताव पर भी नजर रखी। प्रयोग के तौर पर मिट्ठू को सामान्य काम जैसे महावत के साथ चारा लाना आदि भी दिए गए। दुधवा के अफसरों का कहना है कि इस दौरान मिट्ठू का व्यवहार आक्रामक नहीं हुआ। वह सामान्य बर्ताव कर रहा है। मानो, दुधवा के माहौल में रच-बस गया है। मिट्ठू के बदले बर्ताव को देखते हुए दुधवा पार्क प्रशासन ने उसकी तन्हाई की सजा कम करने की सिफारिश की है। मुख्य वन संरक्षक को मिट्ठू के बदले बर्ताव के बारे में रिपोर्ट दी गई है। अगर सजा कम होने की सिफारिश मंजूर हुई तो अक्तूबर में मिट्ठू भी दुधवा के पालतू हाथियों के बेड़े में शामिल हो सकता है।

दुधवा लाने के बाद मिट्ठू के स्वभाव पर नजर रखी जा रही थी। उसे छह माह तक आइसोलेशन में रखा जाना था। इसलिए उसे बाकी हाथी दल से अलग रखा गया। इस समय मिट्ठू का व्यवहार सामान्य है। ऐसे में उसको आइसोलेशन से निकालकर मुख्य बेड़े में शामिल किए जाने पर विचार चल रहा है। रिपोर्ट भेजी गई है।

संजय पाठक, फील्ड डायरेक्टर दुधवा टाइगर रिजर्व

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