इनसे सीखें-बेटा खोने के बाद पिता ने ठानी, अब नहीं टूटेंगी किसी की सांसें
अपने बेटे को खो देने के बाद पिता ने ठान लिया है कि अब किसी के भी बेटे की जान ऑक्सीजन की कमी की वजह से नहीं जाएगी। वह जरूरतमंद लोगों को नि:शुल्क...
लखीमपुर खीरी। अपने बेटे को खो देने के बाद पिता ने ठान लिया है कि अब किसी के भी बेटे की जान ऑक्सीजन की कमी की वजह से नहीं जाएगी। वह जरूरतमंद लोगों को नि:शुल्क आक्सीजन उपलब्ध कराएंगे। इस मुहिम को शुरू किए उनको तीन दिन हो गए हैं। पिता अब तक करीब 8 लाख रुपए के ऑक्सीजन सिलेंडर लोगों में बांट चुके हैं।
शहर के मोहल्ला शाहपुरा कोठी में रहने वाले मिथिलेश सिंह के बेटे मनोज सिंह की 24 अप्रैल को ऑक्सीजन की कमी से मौत हो गई थी। इस घटना ने उनको झझकोर कर रख दिया। तभी से उन्होंने ठान लिया कि अब जिले में किसी की भी जान ऑक्सीजन की वजह से नहीं जाएगी। मिथिलेश सिंह ने 25 अप्रैल से ही जरूरतमंद लोगों को ऑक्सीजन की नि:शुल्क सप्लाई देनी शुरू कर दी। इस काम में उनके भाई जय सिंह कंधे से कंधा मिलाकर चल रहे हैं। अगर किसी को ऑक्सीजन की जरूरत है तो वह खाली सिलेंडर लेकर मिथिलेश सिंह के घर पहुंचे। यहां उनको तुरंत भरा हुआ सिलेंडर दिया जाएगा। मिथिलेश सिंह के अनुसार 25 अप्रैल को उन्होंने 50 ऑक्सीजन के सिलेंडर लोगों में बांटे। 26 अप्रैल को करीब 150 सिलेंडर बांटे गए। उनकी सप्लाई जिला अस्पताल में भी गई। 27 अप्रैल को करीब ढाई सौ सिलेंडरों की सप्लाई जानी थी। इसमें 120 सिलेंडर प्रशासन के थे। कुछ जिला अस्पताल को जाने थे। बाकी आम जनता को मिलने थे। अब तक मिथिलेश सिंह करीब आठ लाख के ऑक्सीजन सिलेंडर नि:शुल्क जरूरतमंद लोगों को बांट चुके हैं।
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बाहर जिलों में भी जा रही सप्लाई
मिथिलेश सिंह और जय सिंह के नि:शुल्क ऑक्सीजन सिलेंडर की सप्लाई जिले के बाहर भी जा रही है। उनके पास जहां से भी फोन आ जाता है, वहां के जरूरतमंद को वह अक्सीजन सिलेंडर नि:शुल्क दे देते हैं। इसके अलावा प्रशासन भी मिथिलेश सिंह से मदद ले रहा है। अब तक वह प्रशासन को भी करीब 200 से ज्यादा सिलेंडर दे चुके हैं। उनका का कहना है कि वह आगे भी जिला प्रशासन और जरूरतमंद लोगों को नि:शुल्क ऑक्सीजन सिलेंडर देते रहेंगे।
