Daughter Day : अमेरिका और यूरोप में खीरी का मान बढ़ा रही बेटियां
बेटियां किसी भी मायने में बेटों से कम नहीं होती हैं। खीरी जिले के गांव में रहने वाली दो सगी बहनें अमेरिका और यूरोप जैसे देशों में खीरी जिले के मान बढ़ा रही...
बेटियां किसी भी मायने में बेटों से कम नहीं होती हैं। खीरी जिले के गांव में रहने वाली दो सगी बहनें अमेरिका और यूरोप जैसे देशों में खीरी जिले के मान बढ़ा रही हैं। साफ्टवेयर इंजीनियर बनकर विदेशों में रह रही यह बेटियां बेटी दिवस पर अपने वतन अपने गांव लौटीं। मम्मी-पापा के साथ बेटी दिवस मनाने पहुंची इन बेटियों की कामयाबी पर पूरा गांव गदगद है।
बेटियों ने कहा कि अपनी बेटी को खुला आसमान दें वह निश्चित ही आपकी उम्मीदों पर खरा उतरेंगी और नाम रोशन करेंगी।शहर से सटे सैधरी गांव में रहने वाली नूपुर और नैनिका अपनी मेहनत व लगन के बलबूते विदेशों में रह रही हैं। वहां न सिर्फ नौकरी करती हैं बल्कि खीरी जिले का मान भी बढ़ा रही हैं। ज्ञानेन्द्र सिंह खेतीबाड़ी के साथ ही बिजनेस भी करते हैं। ज्ञानेन्द्र की पत्नी मीरा सिंह गृहिणी हैं। मीरा सिंह बताती हैं कि बड़ी बेटी नूपुर इस समय में अमेरिका की इंफोसिस कंपनी में साफ्टवेयर इंजीनियर है। वहीं छोटी बेटी नैनिका यूरोप के डेनमार्क शहर में रह रही है। नैनिका भी साफ्टवेयर इंजीनियर है। रविवार को बेटी दिवस है। डाटर्स डे पर यह दोनों बेटियां अपनी मम्मी-पापा से मिलने अपने गांव लौटीं। बेटियों की कामयाबी देखकर पूरा परिवार तो खुश है ही गांव के लोग भी गदगद हैं। दोनों बेटियों ने शहर के डानबास्को इंटर कालेज से पढ़ाई के बाद नैनीताल में इंजीनियरिंग की पढ़ाई की। इसके बाद विदेश चली गई। नूपुर और नैनिका ने बताया कि बेटियों को बोझ न समझें बल्कि उनको आगे बढ़ने का हौसला दें। बेटियां बेटों से बिलकुल कम नहीं हैं।