तहसील कार्यालय गेट पर वकीलों का अनिश्चितकालीन धरना
- लेखपाल की अभद्रता से नाराज हैं वकील - शहर की ही रहने वाली है लेखपाल निधि कश्यप कर रही है लोगों से अभद्रता - लेखपाल की अभद्रता से नाराज हैं...
गोला गोकर्णनाथ खीरी। लेखपाल द्वारा वकीलों के साथ अभद्रता किए जाने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। सेंट्रल बार एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने तहसील गेट पर अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है।
सेंट्रल बार एसोसिएशन ने लेखपाल की अभद्रता से नाराज होकर तहसील कार्यालय गेट पर अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है। तहसील कार्यालय के मेन गेट से किसी को अंदर नहीं जाने दिया जा रहा है। मंगलवार को एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने प्रस्ताव की प्रति एसडीएम के माध्यम से डीएम को भेजी है। इसमें कहा गया है कि 13 अक्टूबर को लेखपाल के खिलाफ कार्रवाई के लिए तहसीलदार और एसडीएम को ज्ञापन सौंपा गया था, कोई कार्रवाई नहीं की गई। इसके विरोध में यह निर्णय लिया गया है कि जब तक लेखपालों का गोला तहसील से दूसरी तहसील में ट्रांसफर नहीं किया जाता तब तक समस्त अधिवक्ता न्यायिक कार्य से विरत रहेंगे और धरना देंगे। उनकी यह भी मांग है कि कोर्ट ने आदेश में नियत पत्रावली में जब तक आदेश पारित नहीं हो जाता तब तक सभी अधिवक्ता न्यायिक कार्य नहीं करेंगे। तहसीलदार कोर्ट, न्यायिक तहसीलदार कोर्ट, नायब तहसीलदार कोर्ट में लंबित आदीवाद इस मामले 10 अक्टूबर तक लगभग 550 पत्रावलियां निस्तारित नहीं हो की गई। वकीलों का कहना है कि जब तक यह पत्रावलियां निस्तारित नहीं की जाती तब तक वकील हड़ताल जारी रखेंगे। प्रस्ताव की प्रतियां कमिश्नर, अध्यक्ष राजस्व परिषद, मुख्यमंत्री को भी भेजी गई हैं। धरने पर एसोसिएशन के अध्यक्ष विजय कांत श्रीवास्तव, विजय अवस्थी, हरिनाम पांडे, रजनी राठी, अनिल श्रीवास्तव, अनूप वर्मा, रामकृष्ण मिश्र, जीएस कश्यप, सुरेंद्र कुमार, अजय दीक्षित, महेंद्र कुमार शर्मा, ब्रज किशोर त्रिपाठी, छत्रपाल, विनोद कुमार वर्मा, नरेंद्र वर्मा, मनोज सक्सेना, रामेंद्र भदौरिया, राकेश त्रिपाठी समेत तमाम वकील शामिल थे।
एसडीएम अखिलेश यादव का कहना है कि मामले की जांच के लिए तहसीलदार को लिखा गया था। रिपोर्ट मिलते ही कार्रवाई की जाएगी।