एक और बच्चा आईसीयू में भर्ती, संख्या 62 पहुंची
एक्यूट इंसेफलाइटिस सिंड्रोम पर स्वास्थ्य महकमा लगाम लगाने में नाकाम साबित हो रहा है। इसके चलते ही जानलेवा और खतरनाक इस बीमारी की चपेट में लगातार बच्चे आ रहे...
एक्यूट इंसेफलाइटिस सिंड्रोम पर स्वास्थ्य महकमा लगाम लगाने में नाकाम साबित हो रहा है। इसके चलते ही जानलेवा और खतरनाक इस बीमारी की चपेट में लगातार बच्चे आ रहे है।
जिला अस्पताल के आईसीयू में शनिवार को फूलबेहड़ के गांव लुखईयां में रहने वाले रामपाल की पांच साल की बेटी शिवांसी को भर्ती किया गया। शिवासी को तेज बुखार और झटके आने पर चिल्ड्रेन वार्ड में भर्ती किया गया था। शिवांसी में एईएस के लक्षण मिलने पर आईसीयू में भर्ती किया गया। इसके साथ ही आईसीयू में भर्ती चल रही सोनी की हालत में सुधार होने पर उसे डिस्चार्ज कर दिया गया। शनिवार को आईसीयू में इस बीमारी से बेहाल तीन बच्चों को भर्ती कर इलाज की सुविधा दी जा रही है। बाक्स आईसीयू में भर्ती बच्चों की संख्या हुई 62 जिला अस्पताल के आईसीयू में इस साल अभी तक 62 बच्चों को भर्ती किया गया। इन बच्चों 54 बच्चों को एईएस, चार बच्चों को जापानी इंसेफलाइटिस, तीन को मौत हुई। इसके साथ 11 बच्चों को लखनऊ रेफर किया गया। साथ ही 41 बच्चों को हालत सही होने पर डिस्चार्ज किया गया। बाक्स खीरी में 76 एईएस पीड़ित बच्चे इस साल अभी तक जिले में एईएस से पीड़ित बच्चों की सांख्या 76 पहुंच गई है। इसके साथ ही जापानी इंसेफलाइटिस से बेहाल होने वाले बच्चे पांच है।एईएस पीड़ित बच्चे आईसीयू में 54 भर्ती हुए। वहीं 15 बच्चे लखनऊ में इलाज कराने को पहुंचे। इनमें एक बच्चे में जेई बाकी 14 बच्चों में एईएस की पुष्टि हुई है।