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फरवरी में ही शुरू हो जाएगा मेडिकल कालेज का निर्माण

सैदापुर देवकली में फरवरी माह से ही मेडिकल कॉलेज का निर्माण शुरू हो जाएगा। बिल्डिंग निर्माण के लिए टेंडर प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। दो कंपनियों ने...

फरवरी में ही शुरू हो जाएगा मेडिकल कालेज का निर्माण
Newswrapहिन्दुस्तान टीम,लखीमपुरखीरीMon, 01 Feb 2021 03:13 AM
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लखीमपुर खीरी।

सैदापुर देवकली में फरवरी माह से ही मेडिकल कॉलेज का निर्माण शुरू हो जाएगा। बिल्डिंग निर्माण के लिए टेंडर प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। दो कंपनियों ने टेंडर भरे हैं, दो-तीन दिनों में टेंडर खुल जाएंगे और निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा।

344 करोड़ से सदर तहसील के सैदापुर देवकली गांव में 15 एकड़ जमीन पर मेडिकल कॉलेज बनना है। शासन से 20 करोड़ की धनराशि जारी भी हो चुकी है। लेकिन कुछ नेता मेडिकल कालेज को ताहिरपुर गांव ले जाना चाहते थे। इसी विवाद में खीरी के मेडिकल कालेज का निर्माण लटका हुआ था। लेकिन अब साफ हो चुका है कि मेडिकल कालेज सैदापुर देवकली गांव में ही बनेगा। मेडिकल कालेज का नक्शा भी बन चुका है। इसके निर्माण की जिम्मेदारी पीडब्ल्यूडी विभाग पर है। पीडब्ल्यूडी विभाग ने मेडिकल कालेज के निर्माण के लिए टेंडर प्रक्रिया भी पूरी करवा दी है। सिर्फ एलएनटी और एनसीसी कंपनी ने ही टेंडर भरा है। अधिकारियों के मुताबिक दो तीनों में टेंडर खुल जाएगा। जिस कंपनी को टेंडर मिलेगा, उसके साथ एक एग्रीमेंट होगा। एग्रीमेंट होते ही निर्माण के लिए जो पैसा आ चुका है। वह रिलीज कर दिया जाएगा। टेंडर पाने वाली कंपनी निर्माण कार्य शुरू कर देगी।

एक हफ्ते में भी शुरू हो सकता है निर्माण

अधिकारियों के मुताबिक दो-तीन दिनों में मेडिकल कॉलेज निर्माण के लिए पड़े टेंडर खुल जाएंगे। इसके बाद कंपनी और विभाग के बीच एग्रीमेंट प्रक्रिया रह जाएगी। यह प्रक्रिया भी एक-दो दिनों में पूरी हो जाएगी और निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। अगर कोई दिक्कत न आई और सब ठीक-ठाक रहा तो इस हफ्ते भी मेडिकल कॉलेज का निर्माण सैदापुर देवकली में शुरू हो सकता है।

ज्यादा कंपनियों ने क्यों नहीं भरे टेंडर

विभाग ने टेंडर प्रक्रिया करा दी है। लेकिन इतने बड़े काम पर सिर्फ दो कंपनियों ने ही टेंडर भरे हैं। यह किसी को हजम नहीं हो रहा है। जबकि अक्सर ये देखने को मिलता है कि बड़े कामों पर टेंडर प्रक्रिया में शामिल होने के लिए कंपनियों की होड़ मची रहती है। यह हाल तब है जब मुख्यमंत्री पहले ही कह चुके हैं कि प्रदेश में जितने ऐसे निर्माण कार्य हुए हैं जिन पर दो या तीन कंपनियों ने ही टेंडर डाले हैं, उनकी जांच हो। क्योंकि जिन कामों पर एक या दो टेंडर पड़ते हैं उसमें ज्यादा मामले मैनेज होते हैं।

टेंडर प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। सिर्फ टेंडर खुलना बाकी रह गए हैं। एक-दो दिनों में टेंडर खुल जाएंगे। टेंडर खुलते ही निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। टेंडर प्रक्रिया में दो कंपनियों ने हिस्सा लिया है। दोनों अच्छी और बड़ी कंपनी हैं।

देवेंद्र सिंह, एक्सईएन पीडब्ल्यूडी

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