कनाडा भेजने के नाम पर ठगी, आरोपी दिल्ली से गिरफ्तार
कनाडा भेजने के नाम पर 20 लाख की ठगी के मामले में पुलिस ने आरोपी को दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया। आरोपी ने एक वेबसाइट के जरिए फार्मर से ठगी कर ली थी।कोतवाली में दर्ज धोखाधड़ी के मामले के एक आरोपी को दो...
कनाडा भेजने के नाम पर 20 लाख की ठगी के मामले में पुलिस ने आरोपी को दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया। आरोपी ने एक वेबसाइट के जरिए फार्मर से ठगी कर ली थी।
कोतवाली में दर्ज धोखाधड़ी के मामले के एक आरोपी को दो साल बाद दिल्ली से गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया। मोहम्मदी कोतवाली में 7 सितंबर 2015 को कोतवाली क्षेत्र के गांव बौआं निवासी सतनाम सिंह ने दिल्ली के राजवीर सिंह के नाम रिपोर्ट दर्ज कराई थी। वादी का कहना है कि आरोपी राजवीर सिंह से उसकी जान पहचान इंटरनेट के माध्यम से हुई। उसने वीजा किंग नामक बेवसाइट से उससे संपर्क किया तो उसने कनाडा में नौकरी दिलाने का आश्वासन दिया। इसी तरह उनकी कनाडा में नौकरी की ललक परवान चढ़ी तो आरोपी ने वादी से 13.50 लाख की मांग की और पश्चिम बंगाल स्थित बैंक एकाउंट का नंबर बताया जो उसने बडौदा बैंक मोहम्मदी शाखा से आसनसोल पश्चिम बंगाल के उस एकाउंट में जमा कर दिए जो नंबर आरोपी ने बताया था। वादी का कहना है कि शेष पैसा दिल्ली में उसने नकद दिया था। जमीन बेचकर चुकाया पैसा-सतनाम सिंह ने बताया कि उसने पौने तीन एकड़ जमीन बेचकर पैसा दिया था। आरोपी ने उसका दिल्ली में मेडिकल भी कराया और हवाई अड्डे पर पहुंचने को कहा। जब वह हवाई अड्डे नहीं पहुंचा तो उसे शक हुआ उसने फोन पर संपर्क किया तो उसका फोन स्वीच आफ जा रहा था। हारकर उसने मोहम्मदी कोतवाली में 7 सितंबर 2015 को मुकदमा दर्ज कराया था।
पुलिस ने पहले लगा दी थी एफआर-दो साल पहले विवेचना तत्कालीन एसएसआई तौफीक खान को सौंपी गई थी। मामले में विवेचक ने एफआर लगाकर अपने कर्त्तव्य की इतिश्री कर ली थी। वादी ने इस मामले में कई बार दोबारा विवेचना की गुहार लगाई थी लेकिन मामला ठंडे बस्ते में दफन रहा।जब यह मामला एसपी डॉ एस चन्नपा के संज्ञान में आया तो उनके आदेश पर कोतवाली पुलिस सक्रिय हुई थी। प्रभारी निरीक्षक डीके सिंह ने एसपी के निर्देश पर इस मामले की दोवारा विवेचना एसएसआई उमेश्वर प्रसाद यादव को सौंपी। यादव ने आरोपी राजवीर सिंह को दिल्ली के थाना बदरपुर क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस टीम में एसएसआई उमेश्वर प्रसाद यादव के अलावा आरक्षी अंकुर तिवारी, अजयदीप सिंह, पंकज शामिल रहे।