47 हजार बच्चों के पास नहीं हैं आधार, लटका ड्रेस का पैसा
खीरी जिले के बेसिक स्कूलों में पंजीकृत करीब 47 हजार बच्चों का आधार नहीं बना है। आधार न होने के कारण इनके अभिभावकों के खातों में डीबीटी के माध्यम से...

लखीमपुर। खीरी जिले के बेसिक स्कूलों में पंजीकृत करीब 47 हजार बच्चों का आधार नहीं बना है। आधार न होने के कारण इनके अभिभावकों के खातों में डीबीटी के माध्यम से धनराशि नहीं जा पा रही है। बताया जाता है कि अभिभावकों का खाता, अधार नम्बर डीबीटी के लिए जरूरी है। वहीं पोर्टल पर बच्चे का आधार नम्बर भी दर्ज किया जाता है।
बेसिक के स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के अभिभावकों के खाते में सरकार डीबीटी (डायरेक्ट बेनीफिट ट्रांसफर) के माध्यम से 1200 रुपये प्रति बच्चा दे रही है। इसमें दो सेट यूनिफार्म, स्वेटर, जूता-मोजा व स्कूल बैग के अलावा स्टेशनरी के लिए भी 100 रुपये दिए जा रहे हैं। पिछले सत्र से सरकार ने नई व्यवस्था बनाई। इस सत्र में खीरी जिले के 3106 प्राथमिक व कंपोजिट स्कूलों में पंजीकृत पांच लाख 95 हजार बच्चों के अभिभावकों को डीबीटी से धनराशि दी जानी है। डीबीटी पोर्टल पर शिक्षक बच्चों के माता-पिता का खाता नम्बर, आधार नम्बर फीड करते हैं वहीं बच्चे का आधार भी फीड किया जाता है। शिक्षकों के फीड करने के बाद बीईओ इसको सत्यापित करके आगे फारवर्ड करते हैं। अगर आंकड़ों को देखा जाए तो चार लाख 75 हजार 458 बच्चों का डाटा बीईओ सत्यापित कर चुके हैं। जबकि पहले चरण में जिले के करीब चार लाख 62 हजार बच्चों के अभिभावकों के खातों में डीबीटी से 1200 रुपए की धनराशि भेजी जा चुकी है। जो बच्चे अभी बचे हैं उनका डाटा सत्यापित किया जा रहा है। बताया जाता है कि खीरी जिले में पहले चरण में सबसे ज्यादा बच्चों के अभिभावकों के खातों में धनराशि भेजी गई है। जिन बच्चों के आधार नहीं बने हैं उनके आधार बनवाने के लिए शिक्षकों से कहा गया है। वहीं बीएसए ने अभिभावकों से अपील की है कि खाते में पैसा आया है तो बच्चों का तुरंत ड्रेस, जूता-मोजा, स्कूल बैग खरीदकर दें जिससे बच्चे यूनिफार्म में स्कूल आ सकें।
