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Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़कुशीनगरShyama Prasad Mukherjee Rurban Mission Scheme even after spending 45 lakhs children are not getting pure water

श्यामा प्रसाद मुखर्जी रूर्बन मिशन योजना, 45 लाख खर्च के बाद भी बच्चों को नहीं मिल रहा शुद्ध पानी

कुशीनगर। इस भीषण गर्मी में भी श्यामा प्रसाद मुखर्जी रूर्बन मिशन योजना अंतर्गत बने...

Newswrap हिन्दुस्तान, कुशीनगरSat, 3 Aug 2024 07:45 AM
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कुशीनगर।
इस भीषण गर्मी में भी श्यामा प्रसाद मुखर्जी रूर्बन मिशन योजना अंतर्गत बने क्लस्टर के प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों को मिलाकर कुल 16 स्थानों में लगाए गए सोलर आरओ वाटर प्लांट काम नहीं कर रहे हैं। इसके चलते परिषदीय विद्यालयों के बच्चे इस भीषण गर्मी में हैंडपंप तथा अन्य जल स्रोतों पर प्यास बुझाने के लिए विवश हैं। कार्यदायी संस्था यूपी नेडा को इस मद में कार्य पूर्ण होने के नाते 45 लाख रुपये का भुगतान किया गया है।

केंद्र सरकार की अतिमहत्वाकांक्षी योजना श्यामा प्रसाद मुखर्जी रूर्बन मिशन योजना के अंतर्गत बांसगांव कलस्टर के ग्राम पंचायत बड़हरा बुजुर्ग, सिकटिया, पडरौन मडुरही, बांसगांव तथा दुदही के कुल 16 परिषदीय विद्यालयों में कार्यदायी संस्था यूपी नेडा ने 45 लाख रुपये की लागत से सोलर आरओ वाटर प्लांट लगाया है।

योजना का उद्देश्य था कि शहरी सेवा की तरह सोलर आरओ वाटर प्लांट लगाकर प्राथमिक तथा उच्च प्राथमिक विद्यालयों के बच्चों को पढ़ाई के साथ-साथ शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराया जा सके। इन मशीनों को लगाए जाने के कुछ दिनों बाद से ही तकनीकी कारणों से प्लांट बेकार पड़े हुए हैं। हालांकि, इन सभी विद्यालयों को एक टोल फ्री नंबर भी मुहैया कराया गया है, जिस पर शिकायत कर मशीन मरम्मत के लिए डिमांड किया जा सकता है।

दुदही प्राथमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष अरुदेंद्र राय का कहना है कि कई बार संपर्क करने के बावजूद सुधार करने वाली एजेंसी इसमें रुचि नहीं दिखाती है। इसके चलते सोलर वाटर प्लांट का लाभ बच्चों को नहीं मिल पा रहा है। नतीजतन इस गर्मी में भी बच्चे प्यास बुझाने के लिए नलकूप तथा अन्य जल स्रोतों पर निर्भर हैं।

सभी स्कूलों की छतों पर स्लैब बनाकर टंकियों को रखने का नियम था, जबकि निर्माण एजेंसी द्वारा छत पर ही टंकी रखे जाने से छतें भी खराब हो रही हैं। इस मद में खर्च किए 45 लाख रुपये का कोई लाभ नौनिहालों को नहीं मिल रहा है।

ग्राम पंचायत सचिव के माध्यम से सोलर आरओ प्लांट की खराबी की पड़ताल कराई जाएगी। उसके बाद संबंधित एजेंसी से मशीनों को शीघ्र ही ठीक कराया जाएगा।

रामराज कुशवाहा, बीडीओ, दुदही एवं नोडल अधिकारी

मशीनें खराब हैं। संबंधित को सुधार के लिए सूचना दी गई है। इसे तत्काल ठीक कराया जाना चाहिए, ताकि बच्चों को शुद्ध जल मिल सके।

प्रभात राय, बीईओ, दुदही

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