कुशीनगर में गण्डक नहर की 250 मीटर पटरी धंसी, महराजगंज से टूटा सम्पर्क
कुशीनगर जिले में खड्डा तहसील क्षेत्र के गैनही जंगल के समीप कुशीनगर को महराजगंज जनपद व नेपाल से जोड़ने वाली मुख्य पश्चिमी बडी गण्डक नहर के उत्तरी पटरी सड़क यकायक 250 मीटर धंस गयी है। नहर की पटरी टूटने...
कुशीनगर जिले में खड्डा तहसील क्षेत्र के गैनही जंगल के समीप कुशीनगर को महराजगंज जनपद व नेपाल से जोड़ने वाली मुख्य पश्चिमी बडी गण्डक नहर के उत्तरी पटरी सड़क यकायक 250 मीटर धंस गयी है। नहर की पटरी टूटने से किसानों की फसलें जलमग्न हो गई हैं। इससे फसलों को काफी नुकसान हुआ है। मुख्य सड़क टूटने से खड्डा क्षेत्र के दो दर्जन गांवों के लोगों समेत राहगीरों का आवागमन बाधित हो गया है। ग्रामीणों के मुताबिक डेढ साल पूर्व भी उक्त स्थान पर पटरी 80 मीटर टूट गई थी। सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों को शीघ्र पटरी मरम्मत कराने का भरोसा दिया है।
कुशीनगर जिले के खड्डा क्षेत्र के गांव मदनपुर सुकरौली, सिसवा गोपाल, सारंग छपरा, सोहरौना समेत दो दर्जन से अधिक गांवों के सैकड़ों लोग प्रतिदिन मुख्य पश्चिमी गण्डक की पक्की पटरी पकड़कर महाराजगंज जिले के निचलौल, झुलनीपुर, चंदा गुलरभार, कल्ल्ली, डोमा, चरभरिया, बजहा, काटी टोला, बड़या, झुलनीपुर समेत नेपाल आते-जाते हैं। शनिवार की रात खड्डा क्षेत्र के गैनही जंगल के समीप यकायक 100 मीटर नहर की पटरी धंस गयी। इससे नहर का पानी आसपास के खेतों में भर गया। सुबह रास्ते से गुजर रहे लोगों व ग्रामीणों ने पटरी को टूटा देखा तो उनके उनके होश उड़ गये। रविवार को भी पटरी के धंसने का सिलसिला जारी रहा और अभी तक करीब 250 मीटर नहर की पटरी धंस गयी है।
नहर की पटरी टूटने की सूचना मिलने पर जिला पंचायत सदस्य संदीप श्रीवास्तव, भाजपा आईटी विभाग के आनन्द सिंह, जयप्रकाश सिंह, प्रभु गुप्ता, गौतम प्रजापति, छोटू सिंह, बिट्टू, प्रभाकर दुबे, नितेश, अजीत सहित सैकड़ों लोग मौके पर पहुंच कर इसकी सूचना एसडीएम अरविंद कुमार सहित सिंचाई विभाग को दी। ग्रामीणों ने अधिकारियों को बताया कि इस रास्ते से भारी वाहनों के गुजरने के चलते पक्की पटरी सड़क धंस गयी है। पटरी धंसने से लोगों को दूसरे सड़क का सहारा लेकर अधिक दूरी तय करनी पड़ रही है। ग्रामीणों ने टूटी हुई नहर की पटरी का शीघ्र मरम्मत कराने की मांग की है।
ग्रामीणों के मुताबिक डेढ साल पूर्व गैनही ड्रेन में नारायणी नदी का पानी पहुंचाने से उक्त स्थान पर पटरी लगभग 80 मीटर टूट गयी थी, जिसका सिंचाई विभाग ने मरम्मत कराया था। गण्डक नहर में थोड़ा पानी होने के बावजूद पटरी सौ मीटर धंस गयी है। सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों को शीघ्र पटरी मरम्मत कराने का भरोसा दिया है।