दो ब्लॉक में नहीं बन रहा आधार कार्ड, जन्म प्रमाणपत्र के अभाव में 7300 वंचित
Kushinagar News - कुशीनगर में 7300 छात्रों का आधार कार्ड जन्म प्रमाण पत्र के अभाव में नहीं बन सका है। शिक्षा विभाग डीबीटी पोर्टल पर लाभ प्रदान करने के लिए प्रयासरत है, लेकिन जिम्मेदारों की लापरवाही के कारण काम पूरा...
कुशीनगर। निज संवाददाता डीबीटी पोर्टल पर विद्यालयों में नामांकित छात्र-छात्राओं के आधार वेरिफिकेशन में लापरवाही का खामियाजा अभिभावकों को भुगतना पड़ रहा है। जिले में 7300 छात्र-छात्राओं का आधार कार्ड लाख प्रयास के बावजूद जन्म प्रमाण पत्र के अभाव में नहीं बन सका है। बच्चों के आधार कार्ड को बनाकर योजनाओं का लाभ देने के लिए बेसिक शिक्षा विभाग लगातार जुटा हुआ है। इसके बावजूद जिम्मेदारों की लापरवाही के चलते शतप्रतिशत काम पूरा नहीं हो सका है। सभी ब्लॉक के बीआरसी में संचालित आधार सेंटर में फाजिलनगर व खड्डा बीआरसी पर आधार नहीं बन रहा है। वहीं तमकुहीराज बीआरसी में सोमवार को आधार नहीं बन सका। इसे लेकर अभिभावकों में रोष रहा। हिन्दुस्तान पड़ताल में यह मामला उजागर हुआ है।
बेसिक शिक्षा विभाग से 2464 परिषदीय स्कूल, 54 एडेड बेसिक स्कूल, 55 एडेड माध्यमिक स्कूल, 14 कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय, 24 एडेड मदरसा, संस्कृत बोर्ड, समाज कल्याण विभाग से संचालित समेत कुल 2642 स्कूलों में 257058 बच्चें प्रेरणा पोर्टल पर नामांकित हैं। इन स्कूलों में पढने वाले बच्चों के अभिभावकों के खाता में विभाग द्वारा डीबीटी यानी डायरेक्ट बेनीफिट ट्रांसफर योजना के तहत 1200 रूपये प्रदान की जाती है। इस धनराशि से बच्चों के अभिभावकों को दो सेट यूनीफार्म, जूता-मोजा, स्वेटर, स्कूल बैग व स्टेशनरी आदि सामान की खरीदारी करनी है। विभाग ने नये सत्र में चार बार में मिलाकर कुल नामांकित बच्चों में से 221501 बच्चों के अभिभावकों के खाता को वेरीफाई कर अपडेट करके खाता में डीबीटी के माध्यम से रूपये भेजा जा चुका है। शेष बच्चों का डाटा वेरीफाई चल रहा है। विभाग ने कई बार डीबीटी पोर्टल पर सर्वाधिक पेंडेंसी वाले विद्यालयों के समस्त कर्मचारियों का वेतन बाधित कर चुका है। जनपद के 6600 अभिभावकों का खाता आधार कार्ड से लिंक न होने के कारण नॉट सीडेड है। वहीं 7300 बच्चों का आधार कार्ड अब तक नहीं बन सका है। विभाग लगातार शिक्षकों के माध्यम से इन नये बच्चों का आधार बनाने के लिए प्रयास कर रहा है, लेकिन इनके पास जन्म प्रमाण पत्र न होने के कारण आधार कार्ड बनाने में दिक्कत पैदा हो रही है। विभाग जन्मतिथि की जगह अभिभावकों से शपथपत्र समेत अन्य प्रपत्र लेकर आधार कार्ड बनाने में जुटा हुआ है। जनपद के 14 बीआरसी में खड्डा व फाजिलनगर बीआरसी में आधार कार्ड नहीं बन रहा है।
इन मदों में जारी हुये 1200 रूपये
दो जोड़ी ड्रेस- 600 रूपये
स्वेटर- 200 रूपये
जूता-मोजा- 125 रूपये
स्कूल बैग- 175 रूपये
स्टेशनरी- 100 रूपये
खड्डा में नहीं बन रहा आधार कार्ड
खड्डा बीआरसी तीन आईडी निरस्त होने से आधार कार्ड नहीं बन रहा है। खड्डा ब्लाक में कुल 157 प्राथमिक व जूनियर विद्यालय हैं। इसमें कुल 26594 बच्चों का नामांकन है। बीईओ अमित चौहान ने बताया कि लगभग 90 प्रतिशत बच्चों के पिता के खाते में दो सेट ड्रेस, स्वेटर, जूता, मोजा, बैग व चार कापी खरीदने के लिए डीबीटी का 12 सौ रुपए भेज दिया गया है। आईडी निरस्त होने से बीआरसी पर आधार कार्ड नहीं बन रहा है। इससे बच्चों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
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185 बच्चे जन्मप्रमाण पत्र के अभाव में वंचित
सुकरौली ब्लॉक के परिषदीय विद्यालयों में नामांकित 185 बच्चे आधार कार्ड के अभाव में सरकारी योजना से वंचित हैं। सुकरौली में कुल 144 परिषदीय विद्यालय हैं। इन विद्यालयों में 11 हजार बच्चे नामांकित हैं। इसमें लगभग 10,815 बच्चों का आधार बन गया है तथा सरकार द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ प्राप्त कर रहे हैं, जबकि जन्म प्रमाण पत्र के अभाव में 185 बच्चों का आधार कार्ड नहीं बन सका है। इसका परिणाम है कि इन बच्चों को सरकारी योजनाओं के लाभ नहीं मिल रहा है। बीईओ सुकरौली जया राय ने बताया कि सुकरौली ब्लॉक में 185 बच्चों का जन्म प्रमाण पत्र के अभाव आधार कार्ड नहीं बन सका है। इन बच्चों का जन्म प्रमाण पत्र बनवाने के लिए आवेदन के लिए अभिभावक से नोटरी व अन्य आवश्यक दस्तावेज लेकर जन्म प्रमाण पत्र बनवाने के लिए प्रक्रिया कराई जा रही है।
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