कुशीनगर में होटल ताज ग्रुप करेगा निवेश, वाइस चेयरमैन ने देखी संभावनाएं
अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन स्थली कुशीनगर में हो रहे ऐतिहासिक विकास को लेकर प्रतिष्ठित ब्रांड ताज होटल ग्रुप ने निवेश करने का प्लान बनाया है। ग्रुप के वाइस चेयरमैन संजीव ने कुशीनगर का दौरा कर निवेश की...
अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन स्थली कुशीनगर में हो रहे ऐतिहासिक विकास को लेकर प्रतिष्ठित ब्रांड ताज होटल ग्रुप ने निवेश करने का प्लान बनाया है। ग्रुप के वाइस चेयरमैन संजीव ने कुशीनगर का दौरा कर निवेश की संभावनाएं तलाशी। राजकीय अतिथि के तौर पर आए वाइस चेयरमैन ने हेरिटेज एरिया व एयरपोर्ट का भी दौरा किया। सांसद विजय दुबे व जिलाधिकारी एस राजलिंगम से अलग अलग वार्ता कर फीडबैक साझा किया।
एयरपोर्ट पर पत्रकारों से बातचीत में वाइस चेयरमैन ने बताया कि ताज ग्रुप ने कुशीनगर में निवेश की योजना बनाई है। यह एक महत्वपूर्ण पर्यटन स्थली है और यहां बना इंटरनेशनल एयरपोर्ट निवेश करने को लेकर आकर्षित कर रहा है। पर्यटन विकास को लेकर यहां निवेश की अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि ताज ग्रुप का निवेश पक्का है। किन्तु कहां और कितना निवेश करेंगे, इसकी योजनाएं जल्द बननी हैं। विशेषज्ञ टीमों को भेजकर सर्वे कराया जाएगा। वाइस चेयरमैन ने कहा लखनऊ से लेकर पटना के साथ नेपाल के तराई क्षेत्र के मध्य में ताज ग्रुप की कोई यूनिट नहीं है। हम इस क्षेत्र को कवर करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसके लिए कुशीनगर मुफीद जगह है।
चेयरमैन ने कुशीनगर के पुरातात्विक महत्व के स्थलों को देखा। महापरिनिर्वाण मन्दिर, रामाभार स्तूप, थाई बौद्ध मॉनेस्ट्री देखी। उन्होंने मैत्रेय की भूमि भी देखी। होटल उद्यमियों से बातचीत कर फीड बैक लिया। चेयरमैन ने ज्वाइंट मजिस्ट्रेट पूर्ण बोरा से क्षेत्र की भौगोलिक परिस्थिति, इतिहास आदि की जानकारी ली। क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी रविन्द्र कुमार ने पर्यटन व विदेशों से आने वाले पर्यटकों के सम्बंध में विस्तृत व्योरा दिया। इस दौरान लेखपाल ब्रजेश मणि त्रिपाठी, सुमित त्रिपाठी आदि उनके साथ मौजूद रहे।
टर्मिनल बिल्डिंग देख गदगद दिखे वाइस चेयरमैन
कुशीनगर एयरपोर्ट की अंतर्राष्ट्रीय टर्मिनल बिल्डिंग देख ताज होटल ग्रुप के वाइस चेयरमैन संजीव गदगद दिखे। बोले सुदूर इलाके में इस आकर प्रकार के एयरपोर्ट और टर्मिनल बिल्डिंग बनना बड़ी बात है। एयरपोर्ट निदेशक एके द्विवेदी ने वाइस चेयरमैन को निर्माण की पूरी जानकारी दी। रनवे को प्रदेश का सबसे बड़ा रन वे और टर्मिनल बिल्डिंग को जर्मन फेब्रिक तकनीक व जापानी डिजाइन में बना देख चेयरमैन के खुश हो गए। उन्होंने इसकी तस्वीर अपने मोबाइल में ली।