अंधविश्वास के फेर में युवक की जान गई
संड़वा सरैंया (बेरुई) में चर्चित बालक बाबा ‘गोलू से इलाज कराने गए एक युवक की गांव में ही मौत हो...
संड़वा सरैंया (बेरुई) में चर्चित बालक बाबा ‘गोलू से इलाज कराने गए एक युवक की गांव में ही मौत हो गई। युवक को लेकर तीन दिन से परिजन गांव में ही डेरा डाले थे। युवक को पैरालेसिस था। लंबे समय से इलाज चल रहा था। युवक की मौत से परिजनों में चीखपुकार मच गई। शुक्रवार को युवक के शव का परिजनों ने अंतिम संस्कार कर दिया।
पइंसा के घटमापुर निवासी संजय कुमार (20) पुत्र शंभु पाल को वर्ष 2016 में पैरालेसिस का अटैक आ गया था। तभी से वह गंभीर रूप से बीमार था। उसका इलाज चल रहा था लेकिन कोई लाभ नहीं हो रहा था। इधर बीच उसकी हालत बिगड़ी तो परिजन उसे लेकर संड़वा सरैंया गांव में बालक बाबा यानि गोलू से इलाज कराने पहुंच गए। बालक बाबा के पास संजय को लेकर उसके परिजन बुधवार को गए थे। उन्होंने वहीं डेरा डाल दिया था। बालक बाबा से मुलाकात नहीं हो पा रही थी। गुरुवार की रात संजय ने बालक बाबा के घर के समीप ही दम तोड़ दिया। संजय की मौत से परिजनों में हाहाकार मच गया। गुरुवार की रात ही परिजन शव लेकर गांव चले आए थे। शुक्रवार को संजय का अंतिम संस्कार कर दिया गया। संजय की मौत के बाद बालक बाबा को लेकर तमाम तरह की चर्चा शुरू हो गई हैं। लोगों का कहना है कि अंधविश्वास में फंसे लोग जिंदगी से खिलवाड़ कर रहे हैं। इलाज कराने के बजाय वह बालक बाबा के पास जा रहे हैं। अफवाह उड़ाई गई है कि बालक बाबा जिसे स्पर्श कर लेता है, उसके रोग दूर हो जाते हैं। यही कारण है कि लोग वहां पहुंच रहे हैं।
अंध विश्वास का कब टूटेगा जाल
अंध विश्वास से अभीभूत लोग बालक बाबा के पास जा रहे हैं। बालक बाबा खुद बीमार हो चुका है। जिला अस्पताल में परीक्षण भी हो चुका है। इसके बाद भी लोग उसके पास जा रहे हैं। गांव में भारी भीड़ जुट रही है। बालक बाबा से मिलकर आए लोगों में कोई सुधार नहीं है। इसके बाद भी लोगों की भीड़ कम होने का नाम नहीं ले रही है।
वर्जन लगना है