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साहब! कोरोना जांच का चाहिए प्रमाण

कोरोना की प्रतिदिन करीब 200 से 300 लोग जांच करा रहे हैं, लेकिन जो पॉजिटिव हैं, उन्हें ही बताया जा रहा है कि वह संक्रमित हो गए हैं, बाकि लोगों को कोई जानकारी ही नहीं दी जाती। पूछने पर यह कहा जाता है...

साहब! कोरोना जांच का चाहिए प्रमाण
हिन्दुस्तान टीम,कौशाम्बीSun, 12 Jul 2020 11:54 PM
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कोरोना की प्रतिदिन करीब 200 से 300 लोग जांच करा रहे हैं, लेकिन जो पॉजिटिव हैं, उन्हें ही बताया जा रहा है कि वह संक्रमित हो गए हैं, बाकि लोगों को कोई जानकारी ही नहीं दी जाती। पूछने पर यह कहा जाता है कि यदि तीन दिन के भीतर फोन न आए तो समझ लीजिए की रिपोर्ट निगेटिव है। अब समस्या यह है कि लोगों को अपनी जांच का प्रमाण पत्र चाहिए। सबसे ज्यादा यह उनके लिए जरूरी है, जो बीमार हैं और प्रयागराज में इलाज करा रहे हैं। रिपोर्ट निगेटिव होने के बाद भी उनका इलाज जनपद में कहीं नहीं हो पा रहा है। कई लोगों ने रविवार को डीएम से शिकायत कर प्रमाण-पत्र देने की गुहार लगाई है।

कोरोना की वजह से जनपद में डॉक्टर बुखार सहित अन्य बीमारी से ग्रसित मरीजों का इलाज नहीं कर रहे हैं। मरीजों के प्रयागराज जाते ही वहां के डॉक्टर उन्हें कोरोना जांच के लिए भेज रहे हैं। पैथोलॉजी में कौशाम्बी के लोगों का टेस्ट नहीं किया जा रहा, उनको वापस भेज दिया जा रहा है। यहां वह कैंप में अपनी जांच कराते हैं तो रिपोर्ट निगेटिव आने पर उनको कोई प्रमाण पत्र नहीं दिया जाता है कि उन्होंने अपनी जांच कराई थी और वह निगेटिव हैं। प्रतिदिन करीब 200 से 300 लोगों की जांच हो रही है। औसतन प्रतिदिन चार से पांच केस मिल रहे हैं। बाकी लोग निगेटिव हैं। जिनकी रिपोर्ट निगेटिव हैं, उनको कोई ऐसा प्रमाण नहीं दिया जा रहा है, जिससे वह जरूरत पड़ने पर बता सकें अथवा दिखा सकें कि वह जांच करा चुके हैं और संक्रमित नहीं हैं।

यह समस्या गहराती जा रही है। भरवारी के कई मरीज प्रयागराज से वापस आ चुके हैं। उनका इलाज नहीं हो पा रहा है। कई लोग स्वस्थ हैं लेकिन कार्यस्थल या ऑफिस को ज्वाइन नहीं कर पा रहे हैं। इससे लोग परेशान हैं। लोगों ने डीएम से मांग की है कि जांच कराने वालों को इसका प्रमाण पत्र दिया जाए कि उन्होंने जांच कराई है।

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