अब जिले के सभी थानेदारों को जुटाना होगा भूमि विवाद का ब्योरा
Kausambi News - भूमि विवादों से होने वाली हिंसा को रोकने के लिए करारी थाना पुलिस ने एक पहल की है। एसपी ने सभी थाना प्रभारियों को विवादों का ब्योरा जुटाने का आदेश दिया है। लेखपालों को 15 जनवरी तक जानकारी देने के लिए...

भूमि संबंधी विवादों के चलते होने वाली मारपीट की घटनाओं को रोकने के लिए की गई करारी थाना पुलिस की पहल को एसपी ने हाथो-हाथ लिया है। उन्होंने पत्र जारी कर सभी थाना प्रभारियों को लंबित भूमि विवादों का ब्योरा जुटाने का आदेश दिया है। ब्योरा देने के लिए लेखपालों को 15 जनवरी तक का समय दिया गया है। उद्योग विहीन कौशाम्बी जिले में भूमि संबंधी विवादों की बाढ़ है। कई बार देखा जाता है कि विवाद जमीन का होता है और लोग षडयंत्र रचते हुए एक-दूसरे के खिलाफ मुकदमा दूसरी धाराओं में दर्ज करा देते हैं। अक्सर बहू-बेटियों को आगे कर उनसे रेप या छेड़खानी का मुकदमा दर्ज कराया जाता है। अदावत बढ़ती है तो खून-खराबे तक मामला पहुंच जाता है। करारी इंस्पेक्ट विनीत सिंह ने फर्जी मुकदमेबाजी पर रोक लगाने और अप्रिय घटनाओं को रोकने के लिए नई योजना बनाई। शनिवार को थाना समाधान दिवस के दौरान उन्होंने लेखपालों से बाकायदा लिखित तौर पर उनके क्षेत्र के प्रत्येक भूमि विवाद का विवरण मांगा। पक्षकारों के नाम के साथ ही विवाद का प्रकार व स्थिति पूछी। विवादित भूमि के गाटा संख्या, क्षेत्रफल आदि तक की जानकारी मांगी। इतना ही नहीं, विवाद के वर्तमान दशा के बाबत भी ब्यौरा तलब किया। इंस्पेक्टर का कहना है कि पुलिस को पहले से ही ऐसे विवादों की जानकारी रहेगी तो पक्षकारों के खिलाफ निरोधात्मक कार्रवाई कर दी जाएगी। उनकी गतिविधियों पर भी नजर रखी जा सकेगी। इससे अप्रिय घटनाएं होने की संभावना कम होगी। फर्जी मुकदमे भी नहीं लिखे जाएंगे। एसपी बृजेश श्रीवास्तव ने बताया कि करारी इंस्पेक्टर ने काबिलेतारीफ काम किया है। एसपी ने रविवार को पत्र जारी किया है। इसमें सभी थाना प्रभारियों से कहा है कि वह भी भूमि विवादों का ब्योरा लेखपालों से लेकर पक्षकरों के खिलाफ निरोधात्मक कार्रवाई करें। साथ ही उनकी गतिविधियों पर निगाह रखें।
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