टीकाकरण के लिए लोगों को किया जागरूक

कोविड से बचाव के लिए ग्रामीणों को जागरूक किया जा रहा है। डीएम अमित कुमार सिंह के निर्देश पर निगरानी समिति के लोग डोर-टू-डोर लोगों को कोविड टीकाकरण...

टीकाकरण के लिए लोगों को किया जागरूक
Newswrap हिन्दुस्तान, कौशाम्बीFri, 21 May 2021 05:52 PM
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नवादा को कुपोषण मुक्त बनाने को लेकर जिलेभर में पोषण अभियान की शुरुआत की गई है। अभियान सितम्बर महीने की आखिरी तारीख तक चलेगा। इस दौरान जिले में जागरूकता अभियान चलाकर बच्चों के अभिभावकों को उनके खान-पान में सुधार लाने की जानकारी दी जानी है।

कलेक्ट्रेट परिसर में डीएम यश पाल मीणा ने बुधवार को पोषण अभियान का शुभारंभ किया। राष्ट्रीय पोषण माह के तहत जिलेभर में आयोजित होनेवाले कार्यक्रमों की जानकारी ली और समेकित बाल विकास सेवाएं से जुड़े पदाधिकारी, अधिकारी और आंगनबाड़ी सेविका व सहायिकाओं को दिशा-निर्देश जारी किये। डीएम ने कहा कि जनपद के सभी कुपोषित लाल श्रेणी के बच्चों की पहचान की जाएं, उनके लिए पोषक तत्वों से भरपूर पोषण पोटली तैयार की जाएं, जिसमें काला चना, गुड़, मूंगफली दाना, मुरमुरा, बॉर्नबीटा जैसे पोषक तत्वों वाले खाद्य सामग्री हो। कुपोषित बच्चों के बीच इस पोटली के वितरण को लेकर निर्देश दिया गया। डीएम ने आंगनबाड़ी सेविकाओं को निर्देशित कर कहा कि जनपद में कोई भी बच्चा अति कुपोषित नहीं रहें, उसके खान-पान पर खास ख्याल दिया जाना चाहिए। खास कर छह माह के बाद के बच्चों के पोषण पर खास ख्याल रखा जाएं। इस दौरान डीडीसी वैभव चौधरी, एडीएम उज्जवल कुमार सिंह, सिविल सर्जन डॉ. विमल प्रसाद सिंह, जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी डॉ. कारी महतो, रजौली एसडीओ चन्द्रशेखर आजाद, भूमि सुधार उपसमाहर्ता मोकीमुद्दीन, वरीय उपसमाहर्ता विश्वजीत, आईसीडीएस प्रोग्राम पदाधिकारी रश्मि रंजन, डीपीआरओ गुप्तेश्वर कुमार सहित आंगनबाड़ी सेविका व अन्य उपस्थित थे।

पोषाहार की व्यवस्था हो अधिक सुदृढ़

जिलेभर के आंगनबाड़ी केन्द्रों पर पोषाहार की व्यवस्था अधिक सुदृढ़ हो। डीएम ने कहा कि पोषण व्यवस्था को मजबूत करके ही जिले को कुपोषणमुक्त बनाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि कुपोषित बच्चों की पहचान, स्वास्थ्य जांच व जरूरी उपचार के साथ माताओं को बच्चे की बेहतर देख-भाल व खान-पान से जुड़ी विभिन्न प्रकार की जानकारियां उपलब्ध करायी जाय। सिविल सर्जन डॉ. विमल प्रसाद ने कहा कि बच्चों के जन्म के उपरान्त प्रथम छह माह तक केवल स्तनपान तथा सातवें माह से अर्द्धठोस आहार की शुरूआत, 02 वर्ष तक सतत स्तनपान जारी रखने व पोषणयुक्त आहार से शिशु के शरीर को पर्याप्त रूप से पोषक तत्व मिलता हैं। जिससे बच्चों का बेहतर शारीरिक एवं मानसिक विकास होता है। इस कार्य के दौरान कोविड-19 सुरक्षा संबंधी नियमों के पालन को आवश्यक रूप से अपनाने को निर्देश दिया गया।

शपथ दिलाकर बच्चों के पोषण की मुहिम शुरू

राष्ट्रीय पोषण माह के तहत पोषण अभियान की शुरुआत आईसीडीएस से जुड़ी पदाधिकारी व आंगनबाड़ी सेविकाओं व कर्मियों को कुपोषण दूर करने व पोषण संबंधी संदेशों को जन-जन तक पहुंचाने को शपथ दिलाकर की गई। डीएम के साथ अधिकारियों ने भी शपथ पढ़कर बच्चों के कुपोषण को दूर करने की वचनबद्धता जतायी। बच्चों, किशोरों और महिलाओं को कुपोषणमुक्त स्वस्थ और मजबूत करने का वचन दिया गया। राष्ट्रीय पोषण माह के दौरान हर घर तक सही पोषण का सन्देष पहुंचाने का शपथ लिया गया। लोगों को सही पोषण का अर्थ, पौष्टिक आहार, साफ पानी और सही प्रथाओं के बारे में बताने की बातें कही गई। पोषण अभियान को एक देश व्यापी जन आन्दोलन बनाने को सबने ठाना है।

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