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पांच हजार हेक्टेयर धान की फसल खेतों में बिछी

तीन दिन से हो रही बारिश व तेज हवाओं ने फसलों को भारी नुकसान किया है। पांच हजार हेक्टेयर से ज्यादा धान की फसल खेतों में बिछ चुकी है। साफ है कि...

पांच हजार हेक्टेयर धान की फसल खेतों में बिछी
हिन्दुस्तान टीम,कौशाम्बीThu, 16 Sep 2021 06:51 PM
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मंझनपुर। संवाददाता

तीन दिन से हो रही बारिश व तेज हवाओं ने फसलों को भारी नुकसान किया है। पांच हजार हेक्टेयर से ज्यादा धान की फसल खेतों में बिछ चुकी है। साफ है कि किसानों के हाथ धान की उपज अब नहीं लगने वाली। इसके अलावा बाजारा और तिल भी बड़े पैमाने पर फसल बर्बाद हुई है। किसान खून के आंसू रो रहा है। वह बारिश थमने का इंतजार कर रहा है।

तीन दिन से लगातार बारिश हो रही है। मानसून इस कदर छाया हुआ है कि निकलने का नाम नहीं ले रहा है। किसान परेशान हो चुका है। कच्चे मकान धड़ाधड़ गिर रहे हैं। तेज हवा चलने के कारण अब फसलों को भी नुकसान होने लगा है। खेत पानी से लबालब भरे हैं। हवा चलने पर फसल टूटकर खेतों में गिर रही है। लहलहा रही धान की फसल खेतों में बिछ चुकी है। जनपद में लगभग 50 हेक्टेयर क्षेत्रफल में धान की फसल है। इसमें से पांच हजार हेक्टेयर से ज्यादा धान की फसल खेतों में गिर चुकी है। अब उत्पादन की कोई उम्मीद नहीं है। यही हाल बाजरा, तिल और ज्वार का है। सबसे ज्यादा धान के बाद बाजरा को नुकसान हुआ है। किसान परेशान हो चुका है।

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